राजनांदगांव जिले में 1 लाख की नकली शराब पकड़ाई

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में 1 लाख की नकली शराब पकड़ाई है। जहां मध्यप्रदेश से लाई गई शराब में छत्तीसगढ़ आबकारी के नकली लेबल लगाकर कोचिया के माध्यम से बेचते थे। ये पूरा काम रोहित नेताम के करवारी फार्म हाउस में लंबे समय से चल रहा था।

मामला डोंगरगढ़ थाना क्षेत्र का है। इस पूरे काम का संचालन मुंबई का एजेंट कर रहा था। बुधवार को पुलिस ने मुंबई से 3 आरोपियों को पकड़ा है इससे पहले 16 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके है। लेकिन मास्टरमाइंड तक पुलिस अभी भी नहीं पहुंच सकी है। आरोपियों ने बताया कि वे अब तक 1 लाख नकली लेबल छाप चुके हैं।

तीनों आरोपियों के काम बटे हुए थे

जांच में सामने आया कि नागपुर का एजेंट चंदन ममतानी गणेश नारायण भोजाने से संपर्क में था। चंदन नकली लेबल का ऑर्डर देता था और गणेश के लिए रोहिदास काम करते थे। चंदन इन लेबल को छत्तीसगढ़ के तस्करों को बेचता था। ये लेबल डोंगरगढ़ के करवारी रोड स्थित रोहित नेताम उर्फ सोनू के फार्म हाउस तक पहुंचते थे।

यहां मध्य प्रदेश की शराब को छत्तीसगढ़ की बोतलों में भरकर कोचियों के माध्यम से बेचा जाता था। दो बार में 50-50 हजार लेबल चंदन ममतानी को बेचे गए।

अब तक 16 आरोपी पकड़ाए

पुलिस ने फार्म हाउस से बड़ी मात्रा में छत्तीसगढ़ आबकारी के लेबल जब्त किए हैं। इस मामले में अब तक 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। जांच से पता चला है कि करवारी फार्म हाउस में लंबे समय से अवैध शराब बॉटलिंग का काम चल रहा था।

ड्राइवर और मजदूर पुलिस की गिरफ्त में

अवैध रूप से चल रही थी बड़ी मात्रा में शराब एमपी से पहुंचती थी। जो ड्राइवर कंटेनर में शराब लेकर आता था उसे भी पुलिस ने पकड़ लिया है। इसके साथ ही गाड़ी में लोड करने वाले मजदूरों भी पकड़े गए है।

करोड़ों रुपए का अवैध बॉटलिंग

तस्कर रोहित उर्फ सोनू नेताम ने कस्टडी में हुई पूछताछ में छिंदवाड़ा और खरगोन से शराब की खेत लाने की पूरी जानकारी दी है। अभी तक पुलिस इस करोड़ों रुपए के अवैध बॉटलिंग के मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंच सकी है।

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