रायपुर। बीजापुर में हुई नक्सल घटना और कोरोना के बढ़ते मामलों पर पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने बीजापुर की घटना की पीड़ादायक बताते हुए कहा कि आज इस परिस्थिति में भी कोई जवाबदार व्यक्ति छत्तीसगढ़ में उपलब्ध नहीं है. मुख्यमंत्री की प्राथमिकता असम चुनाव हो गई है, लेकिन शहीद हुए जवानों के परिजनों को सांत्वना देने के दो शब्द नहीं है. किसी राज्य का मुख्यमंत्री इतना असंवेदनशील नहीं हो सकता.
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर राज्य सरकार पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि रोम जल रहा था और नीरो बंसी बजा रहा है. शहीद जवानों की बॉडी रिकवर नहीं हुई है, और मुख्यमंत्री असम चुनाव में डटे हुए हैं. बस्तर को लेकर यह बार-बार सवाल उठाते थे कि कोई आईजी पदस्थ नहीं है, आज बस्तर में डीआईजी नक्सल सम्भाल रहा है. ये गैर जवाबदार सरकार हैं. गृहमंत्री को अब तक बस्तर पहुंच जाना चाहिये था.
उन्होंने कहा कि यह सूचना आ रही थी कि बीजापुर के उस इलाके में बड़ी संख्या में नक्सलियों का जमावड़ा हो रहा है. फोर्स के पास यूएवी है. लोकेशन ट्रेस करने में मदद ली जा सकती थी, लेकिन जो एहतियात बरतना चाहिए था उसमें कमी देखी गई. दस दिनों के भीतर दो बड़ी घटना घट गई. नक्सलियों के खिलाफ मुँह तोड़ जवाब देने के हम सिर्फ बयान सुनते हैं.
कोरोना को लेकर रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भयावह स्थिति निर्मित हो रही है. कोरोना को लेकर भयावह स्थिति बन गई है. कल आँकड़ा छह हजार को छू गया. इस स्थिति को बनाने का जवाबदार कौन है? स्वास्थ्य मंत्री कहते हैं कि छत्तीसगढ़ की स्थिति खराब होती जा रही है, आईसीयू में जगह नहीं है. मैं खुद कल एम्स से लेकर सरकारी अस्पतालों, निजी आस्पतालों में फोन लगाता रहा, लेकिन एक बेड नहीं मिला.