शहर को नहीं मिलीं 59 नई राशन दुकानें

Chhattisgarh Crimesराशन दुकानों में लोगों की अब भी कतार में खड़े होकर राशन लेना पड़ रहा है क्योंकि खाद्य विभाग वाले 59 नई राशन दुकानें छह महीने बाद भी नहीं खोल पाए हैं। पहले लोकसभा चुनाव की आचार संहिता फिर निगम और पंचायत चुनाव का हवाला देकर प्रक्रिया रोक दी गई। अब स्थिति सामान्य होने के बाद भी नई राशन दुकानों की सूची जारी नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है प्रशासन के अफसर राजनीतिक दबाव में उलझ कर रह गए हैं। सूची को कई बार संशोधित किया जा चुका है। अभी अंतिम सूची फाइनल कर कलेक्टर के पास भेजी गई है। लेकिन इस पर अंतिम मुहर नहीं लग पाई है। इस वजह से सूची कब जारी होगी यह भी तय नहीं है।

लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने के समय खाद्य विभाग ने पहले 36 नई राशन दुकानें खोलने का फैसला लिया। लेकिन आचार संहिता खत्म होने और नए विधायकों के दबाव के बाद संख्या बढ़कर 59 पहुंच गई। दरअसल तय किया गया कि एक राशन दुकान में 500 से ज्यादा राशन कार्ड नहीं होंगे। इस वजह से दुकानों की संख्या बढ़ गई। अब इन दुकानों को लेकर जमकर राजनीति शुरू हो गई है। रसूखदारों और नेताओं के फोन खाद्य नियंत्रक से लेकर कलेक्टर तक को पहुंच रहे हैं। यही वजह है कि सूची को बार-बार अटकाया जा रहा है। नई राशन दुकानें खुलती हैं तो लोगों को काफी आसानी होगी। एक वार्ड में औसतन तीन राशन दुकानें हो जाएंगी। जिसके लोग अपनी मर्जी से किसी भी राशन दुकान से राशन ले सकेंगे।

शहर में बढ़ेगी संख्या
रायपुर जिले में अभी कुल कुल 235 राशन दुकानें संचालित हो रही हैं। इसमें 59 और नई दुकानें शामिल होंगी। इसमें ज्यादातर नई राशन दुकानें शहरी इलाकों में खुलेगी। इस वजह से नेताओं का दबाव भी ज्यादा है। वे अपने समर्थकों को ही दुकानें आवंटित करवाना चाहते हैं। इस वजह से अफसरों पर दबाव बढ़ा है। नई राशन दुकानों के अलावा उन दुकानों की भी सूची बनाई जा रही है जो अभी दूसरे राशन दुकानों में संलग्न हैं। यानी एक ही राशन दुकान से दो दुकानों का संचालन किया जा रहा है। संलग्न राशन दुकानों को भी जल्द अलग किया जाएगा।

नई राशन दुकानों की सूची तैयार है। जल्द ही इसे जारी कर देंगे। लोगों को किसी भी तरह की तकलीफ होने नहीं दिया जाएगा। लोग अपनी सुविधानुसार किसी भी राशन दुकान से राशन ले सकेंगे।

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