रायपुर। छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने बलौदाबाजार हिंसा के पीछे कांग्रेसियों का हाथ बताया है। राज्य सरकार के तीन मंत्री दयालदास बघेल, टंकराम वर्मा और श्याम बिहारी जायसवाल ने पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार, भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव और बिलाईगढ़ की विधायक कविता प्राण लहरे पर समाज के लोगों को भड़काने का आरोप लगाया है।
तीन मंत्रियों ने इनके विरोध-प्रदर्शन की तस्वीरें जारी करते हुए कहा कि मामले की न्यायिक जांच शुरू हो चुकी है। इनपर भी कार्रवाई होगी। बलौदाबाजार हिंसा को लेकर मंगलवार शाम तीनों मंत्रियों ने पत्रकारों से बातचीत की।
खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने लोगों को भड़काने का काम किया है। सतनामी समाज के मंच से कांग्रेस विधायक यादव सहित अन्य नेताओं ने भड़काऊ भाषण दिया। कांग्रेस नेताओं ने 15 हजार प्रदर्शनकारियों के लिए भोजन की व्यवस्था की थी। मंत्री बघेल ने कहा कि सतनामी समाज के कार्यक्रम में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव क्यों आए थे। कांग्रेस ने षड्यंत्र रचने का काम किया है।
कांग्रेस नेताओं ने भड़काने का काम किया
विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिली हार को कांग्रेसी पचा नहीं पा रहे हैं। इसी वजह से यह साजिश की है। कई कांग्रेस नेता प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि सतनामी समाज के लोग अहिंसा के पुजारी हैं, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने उन्हें भड़काने का काम किया। समाज के बीच कुछ असामाजिक लोगों ने घटना को अंजाम दिया है। यह बहुत ही दुखद घटना है। एक सवाल के जवाब में मंत्रियों ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर मामले की न्यायिक जांच शुरू हो गई है। हिंसा में शामिल सभी दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
विधायक लहरे ने आरोपों को किया खारिज
विधायक कविता प्राण लहरे ने मंत्रियों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वे लोगों से शांतिपूर्णढंग से प्रदर्शन करने की अपील करने के लिए गई थी। समाज का मामला होने के कारण प्रदर्शन में शामिल हुई थी। विधायक कविता प्राण लहरे ने एक वीडियो भी प्रसारित की हैं, जिसमें वे लोगाें से शांतिपूर्णढंग से प्रदर्शन करते हुए शासकीय भवनों व वाहनों को क्षति नहीं पहुंचाने की अपील कर रही है। पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने बलौदाबाजार हिंसा के लिए भाजपा को दोषी बताया है।