बिलासपुर में संघ प्रमुख के आधे घंटे का रहा प्रवास, सरगर्म रही राजनीति

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डा मोहन भागवत शनिवार को छत्तीसगढ़ प्रवास पर रहे। इस दौरान उन्होंने बिलासपुर में संघ पदाधिकारियों से बंद कमरे में चर्चा की। भाजपा के विधायकों व नेताओं से भी मुलाकात की। लोकसभा चुनाव को लेकर उनके दौरे को अहम माना जा रहा है। महज आधे घंटे के बाद मोहन भागवत मध्य प्रदेश के अमरकंटक के लिए रवाना हो गए। बिलासपुर में उनका प्रवास महज आधे घंटे का रहा। आधे घंटे के उनके प्रवास के चलते जिले और प्रदेश की राजनीति सरगर्म रही। लोकसभा चुनाव के दौर में उनके छत्तीसगढ़ और बिलासपुर प्रवास को काफी अहम माना जा रहा है।

संघ के पदाधिकारियों ने उनके दौरे को पूरी तरह गोपनीय रखा था। संघ के पदाधिकारियों को स्पष्ट हिदायत दी थी कि संघ प्रमुख के बिलासपुर प्रवास को सार्वजनिक न किया जाए। जूना बिलासपुर स्थित संघ कार्यालय का नवीनीकरण किया गया है, जिसे देखने के लिए उन्हें कुछ समय के लिए बुलाया गया था। जब उनका मध्य प्रदेश के अमरकंटक दौरा का कार्यक्रम आया, तब उन्होंने इसी दौरान बिलासपुर संघ कार्यालय में कुछ देर ठहरने की बात कही थी। लिहाजा संगठन के पदाधिकारियों ने आनन-फानन में उनके स्वागत और कार्यक्रम की तैयारी की।

लोकसभा चुनाव, इसलिए अहम है प्रवास

देश में लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू है और राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। ऐसे में संघ प्रमुख के छत्तीसगढ़ दौरे को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है और उनके प्रवास को काफी अहम माना जा रहा है। हालांकि संघ के पदाधिकारियों ने उनसे सामान्य मुलाकात होने का दावा किया है। इस दौरान किसी भी राजनीतिक चर्चा होने से भी इन्कार किया है।

प्रवास के दौरान उन्होंने संघ कार्यालय को देखा। इस दौरान उनके साथ संघ के चुनिंदा पदाधिकारी ही नजर आए। कार्यालय को देखने के बाद उन्होंने बंद कमरे में संगठन के पदाधिकारियों से चर्चा की। बंद कमरे में हुई चर्चा का सार बाहर नहीं आया है। पदाधिकारी भी इसे गोपनीय रख रहे हैं। संघ प्रमुख भागवत के बिलासपुर प्रवास की खबर मिलते ही शहर विधायक अमर अग्रवाल, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला सहित अन्य भाजपा नेता संघ कार्यालय पहुंखे जहां उन्होंने मोहन भागवत की अगुवाई की और उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने सौजन्य मुलाकात भी की।

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