अंबिकापुर। सूरजपुर जिले के प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रविवार सुबह एक व्यक्ति प्लास्टिक के बोरे में एक विषैले सर्प को लेकर पहुंचा और ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मचारियों को दिखाते हुए कहा कि इसी सर्प ने उसे डस लिया है और वह अपना उपचार कराने आया है। तत्काल युवक को अस्पताल में दाखिल किया गया। उपचार के बाद बेहतर स्वास्थ्य को देखते हुए उसे छुट्टी दे दी गई। तो युवक ने कहा कि वह घर जाते समय रास्ते में सर्प को कहीं छोड़ देगा।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर में रविवार सुबह लगभग सात बजे हाथ में प्लास्टिक का बोरा लिए पहुंचा युवक चलगली थाना क्षेत्र के ग्राम अलका का राजमोहन पिता धनुराम गोड़ था। राजमोहन के मुताबिक वह सुबह खेत में हल चला रहा था, तभी उसे सांप ने डस लिया। पूरे हौसले के साथ राजमोहन ने सुरक्षित तरीके से सांप को पकड़ एक बोरे में बंद कर दिया। गांव के सरपंच को सूचना दी कि उसे सांप ने काट लिया है, इसलिए प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाना जरूरी है। सरपंच ने वाहन की व्यवस्था कर राजमोहन को गांव के ही एक व्यक्ति के साथ प्रतापपुर अस्पताल भेज दिया। इस दौरान स्वास्थ्य को लेकर उसे किसी प्रकार की कोई परेशानी नजर नहीं हुई।
रविवार साप्ताहिक अवकाश होने से आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था में कर्मचारी लगे हुए थे। उन कर्मचारियों को राजमोहन ने बोरे को खोलकर दिखाया कि इस सांप ने उसे डस लिया है, इसलिए वह इलाज कराने के लिए आया है। एकबारगी जहरीले सांप को देख स्वास्थ्य कर्मचारी हड़बड़ा गए। सूचना पर डॉ. एके विश्वकर्मा तत्काल अस्पताल पहुंचे। युवक के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के साथ उन्होंने सांप को भी देखा। बोरे में जाड़ा (जहरीला) सांप था। सर्प छोटा सा था, संभवत: इसी वजह से उसके जहर का ज्यादा असर राजमोहन पर नहीं हुआ था, इसलिए उसे स्वास्थ्यगत किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई। उपचार के बाद शाम को उसे छुट्टी भी दे दी गई।