पूरन मेश्राम/गरियाबंद। गोपनीय सूचना के आधार पर उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व की एंटी पोचिंग यूनिट ने 8 मई 2025 को ओडिशा के नवरंगपुर जिले से एक सागौन तस्कर को पकड़ा, जो तौरेंगा (बफर) रेंज से सागौन की लकड़ी की अवैध कटाई और तस्करी से संबंधित वन्यजीव अपराध क्रमांक 170/16 दिनांक 20 जनवरी 2025 के तहत फरार चल रहा था। ओडिशा के नवरंगपुर जिले के कुसुमपुर गांव निवासी बालकदास नामक आरोपी छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर सक्रिय सागौन तस्कर गिरोह का सदस्य है। बालकदास को टाइगर रिजर्व की एंटी पोचिंग यूनिट ने उमरकोट के पास उस समय पकड़ा,जब वह गिरफ्तारी से बचने के लिये तमिलनाडु भागने की कोशिश कर रहा था। उसे गरियाबंद सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया और 10 मई, 2025 को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बालकदास की गिरफ्तारी 15 और 16 जनवरी 2025 को हुई घटनाओं की श्रृंखला का परिणाम थी,जब एक गुप्त खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए, यूएसटीआर की एंटी पोचिंग यूनिट ने सुसेन कुमार, राजा कुल्लू, कृष्णा हलधर, पोषण मंडल, गौर मंडल और सुमेंद्र विश्वास के घरों पर छापा मारा,जो सभी सोनपुर गांव (ओडिशा) के निवासी थे,जहां बडी मात्रा में सागौन की लकडी जब्त की गई थी। एंटी पोचिंग यूनिट ने अवैध रूप से सागौन की 8 लकड़ियों ले जा रहे एक पिकअप वाहन को भी जब्त किया और प्रशांत दास और विजय गोंड को गिरफ्तार किया।
हालांकि,नवरंगपुर वन प्रभाग ने कृष्ण हलधर के खिलाफ कोई अपराध दर्ज नहीं किया एवं न ही उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व कार्यालय के साथ कोई जानकारी साझा की। साथ ही, प्रशांत दास और विजय गोंड को मुकदमे के लिए माननीय न्यायालय के समक्ष भी पेश नहीं किया गया।
स्थिति को नियंत्रित करते हुये, एंटी पोचिंग यूनिट यूएसटीआर ने नवरंगपुर पुलिस से संपर्क किया और 22 जनवरी 2025 को सोनपुर (ओडिशा) से प्रशांत दास को गिरफ्तार किया,जिसने टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र से सागौन की लकड़ी की तस्करी करने की बात कबूल की और यूनिट को अपराध स्थल पर भी ले गया। लकड़ी तस्कर प्रशांत दास का सहयोगी है बालकदास
प्रशांत दास ने अपने बयान में इस लकड़ी तस्करी अभियान में अपने करीबी सहयोगी के रूप में बालकदास का उल्लेख किया। यह पाया गया कि बालकदास गिरफ्तारी से बचने के लिये आंध्र प्रदेश भाग गया था, लेकिन बाद में उसे 8 मई को तमिलनाडु भागने की कोशिश करते समय एंटी पोचिंग यूनिट ने पकड़ लिया। बालकदास ने अपने बयान में अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी साझा की है। एंटी पोचिंग यूनिट ने इसके पहले ” सेबन, निवासी गांव संबलपुर (ओडिशा) को सागौन तस्करी के सिलसिले में कोंडागांव से गिरफ्तार किया था। ऑपरेशन का नेतृत्व सहायक निदेशक उदंती गोपाल कश्यप और रेंजर केजूराम कोर्चे एवं अन्य कर्मचारियों के साथ किया ।
उप निदेशक उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व वरुण जैन के अनुसार प्रकरण में फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।