बिलासपुर। चरित्र शंका पर पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। महिला बिस्तर पर लेट ईयर फोन से बात कर रही थी। पति को उस पर शक था कि वह अपने प्रेमी से बात कर रही है। जिसके चलते उसने पलंग से तकिया उठा पत्नी का मुंह दबा हत्या कर दी। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या का अपराध दर्ज कर आरोपी पति को गिरफ्तार किया है। मामला सीपत थाना क्षेत्र का है।
सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम निरतु में 48 वर्षीय घनश्याम सिंह ठाकुर पिता नीलकंठ ठाकुर अपनी 35 वर्षीय पत्नी लोकेश्वरी मैत्री व 1 पुत्र तारकेश के साथ रहता है। घनश्याम क्रेडा में तकनीशियन है। 1 मई को पुलिस को लोकेश्वरी के मायके वालों से सूचना मिली कि लोकेश्वरी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है।
सूचना पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तब पता चला कि घर के कमरे में लोकेश्वरी उसका पति घनश्याम एवं उसका बेटा तारकेश तीनों रात्रि में एक साथ कमरे में सोए थे। दूसरे दिन सुबह लोकेश्वरी बिस्तर से सुबह 8 बजे तक नहीं उठी। तब उसके घर वाले जगाए और वह नहीं जागी। बिस्तर में ही उसकी मौत हो गई थी। जिसके चलते मृतिका के मायके वालों को इसकी सूचना उसके पुत्र तारकेश ने दी। मृतिका के मायके पक्ष के लोगों ने जब वहां जाकर देखा तो लोकेश्वरी के चेहरे, गला एवं कान में खरोच-खून जैसे निशान है। मौत का कारण संदेहास्पद लगने पर लोकेश्वरी के भाई तुकांबर सिंह ने सीपत थाना में मर्ग इंटीमेशन दर्ज करवाया। मृतिका के ससुराल वालों के द्वारा थाने में कोई सूचना नहीं दी गई थी।
पुलिस ने जब मृतिका का पोस्टमार्टम करवाया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त किया तब उसमें मौत का कारण गला घोट कर हत्या किया जाना लेख किया था। जिस पर पुलिस ने मृतका के पति घनश्याम सिंह ठाकुर को हिरासत में लेकर वैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की। पूछताछ में उसने बताया कि 30 अप्रैल दिन रविवार की रात्रि को आरोपी घनश्याम अपने काम से बिलासपुर गया था। रात 9:30 बजे घर पहुंचा तो कमरे में उसका छोटा बेटा तारकेश सोफा में लेटा था एवं उसकी पत्नी लोकेश्वरी पलंग में लेटकर ईयर फोन लगाकर किसी से बात कर रही थी। इसको मना करने पर नहीं मानी। जिसके चलते गुस्से में आकर घनश्याम ने अपनी पत्नी को मौत की सजा देने का प्लान किया। घनश्याम अपने बेटे तारकेश के सोने का इंतजार करने लगा। तारकेश के सो जाने के बाद रात्रि लगभग 11 से 12 के बीच अपनी पत्नी की हत्या करने के लिए पलंग के सिरहाने में जाकर पलंग में रखा तकिया को उठाकर उसके मुंह नाक गला दबाकर हत्या कर दिया। इसकी पत्नी कंबल ओढ़ कर सोई थी। जो छटपटा रही थी और बचने के लिए आरोपी के हाथ को छुड़ाने का प्रयास कर रही थी। जिससे लोकेश्वरी के दोनों हाथ के नाखून से चेहरा एवं गले में खरोच आई है। आरोपी द्वारा हत्या का अपराध स्वीकार करने पर उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
चरित्र शंका में की हत्या
घनश्याम सिंह ठाकुर को अपने पत्नी के चरित्र पर लंबे समय से शंका थी। उसकी पत्नी अपने पति के बिना बिलासपुर चली जाती थी और वहां अकेले घूमती थी। उसे मना करने पर भी नहीं मानती थी। हत्या की रात जब आरोपी घनश्याम सिंह ठाकुर घर आया तब उसे उसकी पत्नी ईयर फोन पर किसी से बात करती हुई मिली। जिसके चलते आक्रोशित होकर घनश्याम सिंह ठाकुर ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी।