राजस्थान में चौंकाने वाला फैसला, करणपुर सीट पर भाजपा हारी, सुरेंद्र पाल को पहले ही बना दिया था मंत्री

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राजस्थान विधानसभा चुनाव के परिणाम बीते साल 3 दिसंबर को जारी हो गए थे। भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल करते हुए कांग्रेस से सत्ता छीन ली थी। चुनाव में भाजपा को 115 व कांग्रेस को 69 सीटें मिलीं थी। हालांकि, करणपुर गंगानगर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी और तत्कालीन विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था। इस सीट पर 5 जनवरी को वोटिंग हुई जिसके परिणाम जारी हो गए हैं। कांग्रेस प्रत्याशी रुपिंदर सिंह ने इस सीट पर जीत हासिल कर ली है। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी और मंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को बड़े मार्जिन से हराया है।

मंत्री बन गए थे सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी

भारतीय जनता पार्टी ने करणपुर सीट पर चुनाव से पहले ही अपने प्रत्याशी सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को 30 दिसंबर को बतौर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मंत्रिपरिषद में शामिल कर लिया था। पार्टी के इस कदम की काफी चर्चा हो रही थी। वहीं, कांग्रेस ने सहानुभूति के रूप में दिवंगत विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के बेटे रुपिंदर सिंह को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा था।

अशोक गहलोत ने किया ट्वीट

राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस प्रत्याशी की जीत पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा- “श्रीकरणपुर में कांग्रेस प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह कुन्नर को जीत की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। यह जीत स्व. गुरमीत सिंह कुन्नर के जनसेवा कार्यों को समर्पित है। श्रीकरणपुर की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के अभिमान को हराया है। चुनाव के बीच प्रत्याशी को मंत्री बनाकर आचार संहिता और नैतिकता की धज्जियां उड़ाने वाली भाजपा को जनता ने सबक सिखाया है।” गहलोत ने कहा कि जनता समझ गई है कि सरकार बनने के बाद भी हमारी ताकत कम नहीं हुई, इसका फायदा हमें लोकसभा चुनाव में मिलेगा। राजस्थान में सरकार इनकी बनी लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में इन्हें(BJP) देरी हुई, यह कोई सरकार चलाने के तौर तरीके हैं? जनता पर पहले ही इनका प्रभाव खराब पड़ा है ऐसे में इसका फायदा हमें होगा।

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