रायपुर। यूक्रेन के विभिन्न शहरों में पढ़ रहे छत्तीसगढ़ के स्टूडेंट्स की वतन वापसी जारी है। पिछले 24 घंटाें में 9 और विद्यार्थी छत्तीसगढ़ लौटे हैं। सरकार का कहना है, 27 फरवरी से अब तक 197 लोगों को सकुशल वापस लाया जा चुका है। यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों फंसे 24 और स्टूडेंट अथवा उनके परिजन सरकार के संपर्क में हैं।
यूक्रेन से वापसी की व्यवस्था के लिए दिल्ली में बने हेल्पडेस्क ने बताया, ऑपरेशन गंगा के तहत लाए जा रहे छात्र-छात्राओं को यहां छत्तीसगढ़ सदन अथवा छत्तीसगढ़ भवन में ठहराया जा रहा है। भोजन आदि की व्यवस्था है। यहां से उन्हें सरकार की ओर से एयर टिकट की व्यवस्था कर रायपुर भेजा जा रहा है। यह क्रम सोमवार को भी जारी रहा। नोडल अधिकारी गणेश मिश्र ने बताया, सोमवार रात भी दो उड़ाने दिल्ली पहुंच रही हैं। उसमें भी कुछ विद्यार्थियों के होने की संभावना है। वहीं छत्तीसगढ़ भवन के संयुक्त आवासीय आयुक्त संजय अवस्थी ने बताया, नई दिल्ली में बनाये गए सहायता केन्द्र से यूक्रेन में फंसे छत्तीसगढ़ के 17 छात्र-छात्राएं और उनके 7 परिजन दूरभाष के माध्यम से लगातार सम्पर्क में हैं।
अनुमान से कहीं अधिक निकली संख्या
अब तक सरकार को नहीं मालूम की यूक्रेन में छत्तीसगढ़ के कुल कितने लोग थे। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ सदन की ओर से बताया गया था कि उनसे 134 लोगों या उनके छत्तीसगढ़ में रह रहे परिजनों ने संपर्क किया है। उन्हीं का ब्यौरा उनके पास है। प्रवासी छत्तीसगढ़ियों की संस्था NACHA ने 150 लोगों का ब्यौरा दिया था। वहीं भाजपा ने अपने स्रोतों से 207 लोगों के फंसे होने की जानकारी दी थी। अभी 197 लोग वापस आ चुके। वहीं 24 लोगों के अब भी फंसे होने की सूचना आ रही है। ऐसे में यह संख्या 221 हो जाती है, जो अनुमानों से अधिक है।
अधिकतर लोग पश्चिमी सीमा पर
छत्तीसगढ़ सरकार के नोडल अधिकारी गणेश मिश्र का कहना है, छत्तीसगढ़ के अधिकतर लोग सुरक्षित लौट आए हैं। जो नहीं लौट पाए हैं, उनमें से अधिकतर लोग पश्चिमी सीमाओं पर हैं। या तो वे सीमा पार कर चुके हैं, या फिर पार करने वाले हैं। कुछ ही लोग भीतरी क्षेत्रों में हो सकते हैं। अभी तक उनके संबंध में कोई अपडेट नहीं मिली है। गणेश मिश्र कहते हैं कि अभी यह नहीं कहा जा सकता कि वहां कितने लोग हैं।