गरियाबंद । अपनी 12 सूत्री मांगो को लेकर वन कर्मचारी संघ के आव्हान पर वन कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से जहां वनों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है, वहीं दूसरी और प्रदेश में डेरा डाले हांथियो का दल विभिन्न क्षेत्रों में विचरण कर रहा है। ऐसे में यह सवाल खड़ा होता है कि वनों और जनमानस की सुरक्षा कैसे होगी?
प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से जंगलों में आग लगने की ख़बर लगातार सामने आ रही है वहीं दूसरी और हाथियों का दल भी रहवासी क्षेत्रों से विचरण करते हुए जंगल में डेरा जमा रहे हैं, ऐसे में जनमानस में सुरक्षा को लेकर दहशत व्याप्त हैं। वन मण्डल के पांडुका वन परिक्षेत्र में एक बार फिर दो दंतैल हाथियों की मौजूदगी देखी गई।
बताया जा रहा है कि आज सुबह दोनो हाथियों को जतमई मुख्य सड़क से गुजरते देखा गया जिसकी ग्रामीणों द्वारा वीडियो भी बनाया गया। जानकारी के बाद से गरियाबंद वनमण्डलाधिकारी द्वारा लोगों की सुरक्षा को लेकर गजवाहन और हाथी बचाव दल को गरियाबंद मुख्यालय से रवाना कर लगातार हाथी के समीप रहकर ग्रामीणो को सतर्क रहने की समझाइश दी जा रही है।
उसके बाद से लगातार हाथी बचाव दल उन हाथियों पर नजर रखे हुए हैं। क्योंकि दो वर्ष में ये हाथी द्वारा पांच लोगो को कुचलकर मार डाला गया था । वहीं आज सुबह ये दो दंतैल हाथी ग्राम तोरेंगा के नजदीक पहुंच गए हैं जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल व्याप्त है। समाचार लिखे जाने तक हमारे सूत्र बता रहे हैं कि अभी भी दोनों हाथी तोरेंगा के जंगल में हैं।