मॉनसून में बचकर रहें इन बीमारियों से

Chhattisgarh Crimes

कहते हैं वक्त सारे घाव भर देता है। लेकिन सच तो यही है कि हम दर्द के साथ जीना सीख जाते हैं अब उन लोगों को ही ले लीजिए जो दो-तीन साल पहले कोरोना संक्रमित हुए लेकिन आज भी उनकी हर सांस दर्द भरी होती है। तमाम इलाज के बाद भी फेफड़ों में आई खराबी ठीक नहीं हो पाई। ये दिक्कत कितनी बड़ी है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि एम्स को बड़े स्तर पर एक स्टडी शुरु करनी पड़ी है। दरअसल हुआ ये है कि जो लोग कोविड पेनडेमिक के दौरान गंभीर रुप से बीमार हुए उनके फेफड़ों के टिशू हार्ड हो गए हैं जो लंबे इलाज के बाद भी सॉफ्ट नहीं हो पा रहे हैं। और इसकी वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत होती है।

दरअसल ऐसे लोगों के फेफड़ों में फाइब्रोसिस बन गए हैं और हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक लंग्स में फाइब्रोसिस ठीक करना मुश्किल है और इसीलिए एम्स अपनी स्टडी में ये पता लगाएगा कि फाइब्रोसिस बनने के पीछे कौन से मॉलिक्यूल जिम्मेदार हैं। इतना ही नहीं, एम्स ये भी पता लगाएगा कि कोरोना इंफेक्टेड होने के बाद भी जिन लोगों के फेफड़े पूरी तरह से ठीक हैं उनमें फाइब्रोसिस से बचने के लिए कौन से मॉलिक्यूल काम कर रहे थे।

और फिर इस खोज के ज़रिए उन लोगों का इलाज ढूंढा जाएगा जो पिछले तीन साल से सांस की परेशानी झेल रहे हैं। वैसे लंग्स के और भी कई दुश्मन हैं जिनमें से एक ट्यूबरक्लोसिस भी है। इस समय जो मौसम है वो भले सुहाना लगे, लेकिन सांस के मरीजों के लिए वो किसी आफत से कम नहीं है। खासकर जो अस्थमा-अर्टिकेरिया से परेशान हैं वो चाहकर भी ना तो बारिश का मजा ले सकते हैं और ना ही हरे-भरे बाग बगीचों में जा सकते हैं।

बिल्कुल, नमी और पोलन की वजह से कब एलर्जी ट्रिगर कर जाए पता ही नहीं चलता। तो चलिए, योगगुरु की शरण में चलते हैं और फाइब्रोसिस के साथ लंग्स की तमाम बीमारियों को दूर करते हैं।

मॉनसून में एलर्जी
नाक बंद

चेस्ट कंजेशन
बार-बार छींकें
आंखें लाल होना
बदन पर रैशेज
वायरल बुखार
इनडाइजेशन

मॉनसून में बचकर
बैक्टीरिया वायरस फंगस पोलन
रेस्पिरेटरी डिसऑर्डर
लंग्स में इंफेक्शन
सांस नली में सिकुड़न
चेस्ट में जकड़न-भारीपन
सांस लेने में दिक्कत

अस्थमा की परेशानी, जुकाम से बचें
गर्म चीज़ें पीएं-खाएं
गुनगुना पानी ही पीएं
नमक डालकर गरारे करें
नाक में अणु तेल डालें

अस्थमा की परेशानी, कारगर काढ़ा
अदरक
लौंग
दालचीनी

अस्थमा की परेशानी, कारगर चाय
तुलसी
अदरक
कालीमिर्च

अस्थमा में आराम
गिलोय का काढ़ा पीएं
तुलसी के पत्ते चबाएं
अनुलोम-विलोम करें

फेफड़े बनेंगे फौलादी, क्या करें?
रोज प्राणायाम करें
दूध में हल्दी लें
त्रिकुटा पाउडर लें
रात को स्टीम लें

अस्थमा में आराम
सोते वक्त तलवों पर गर्म सरसों तेल लगाएं
नाभि में सरसों तेल डालें
नाक में सरसों तेल डालें

खांसी में रामबाण
100 ग्राम बादाम लें
20 ग्राम कालीमिर्च लें
50 ग्राम शक्कर लें

बादाम,कालीमिर्च,शक्कर मिला लें दूध के साथ 1 चम्मच खा लें।

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