जयदेव सिंह/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स
महासमुंद। ग्राम पंचायत कौंवाझर के आश्रित ग्राम खैरझिटी में 880 करोड़ से प्रस्तावित मिनी स्टील प्लांट को लेकर होने वाली जनसुनवाई में किसी भी हालात से निपटने के लिए जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर है। इस जनसुनवाई में जुटने वाली ग्रामीण, किसानों की संभावित भीड़ और विरोध के नेतृत्वकर्ता की टोह ली जा रही है। कोई उग्र आंदोलन न हो इसके लिए भी प्रशासन के अधिकारी अपने सोर्स से जानकारी जुटा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार करणीकृपा पॉवर प्राइवेट लिमिटेड का प्रस्तावित मिनी स्टील प्लांट परियोजना के लिए 50. 57 हेक्टेयर, यानी 124. 95 एकड़ पर किया जाना है। जिसके कौंवाझर द्वारा खैरझिटी के कुल भूमि में से 40. 71 हेक्टेयर, यानी 100.59 एकड़ भूमि के लिए भूस्वामियों के साथ समझौता किया गया है। और शेष 9. 86 हेक्टेयर, 24. 366 एकड़ भूमि का समझौता होना बाकी है। प्रस्तावित परियोजना के लिए परिकल्पित परियोजना की लागत 880 करोड़ रुपये हैं। जिसके लिए 7अक्टूबर 2021 को जनसुनवाई होनी है। इसके लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय नई दिल्ली ने आदेश दे दी है। लोगों का कहना है कि, इस जनसुनवाई को गुपचुप तरीके से करने की तैयारी थी। लेकिन धीरे-धीरे बात 8-10 गांव में आग की तरह फैल गई।
ग्रामीण और किसानों को इसकी भनक लगते ही मिनी स्टील प्लांट का विरोध शुरू हो गया। अब ग्रामीण और किसानों अड़े हुए हैं। उनका कहना है 7 अक्टूबर को होने वाली जनसुनवाई में प्रदूषण और फसलों को होने वाली क्षति को रखा जाएगा। अगर ग्रामीण और किसानों की वास्तविक परेशानी को तबज्जो नहीं दिया गया तो आंदोलन भी किया जा सकता है। ग्रामीण और किसानों का यह भी कहना है कि, हमारी फसल स्टील प्लांट के लगने से उससे निकलने वाली प्रदूषण की भेंट चढ़ जाएगी।