दंतेवाड़ा। नक्सल मामले में दंतेवाड़ा पुलिस को 6 सालों में कई सफलताएं मिली हैं। पुलिस ने 6 सालों में कुल 11 करोड़ 65 लाख रुपए के इनामी नक्सलियों का सरेंडर, गिरफ्तारी कराई और एनकाउंटर में ढेर किया है। पुलिस ने जो आंकड़ा जारी किया है उसके मुताबिक साल 2016 से अब तक 1368 नक्सलियों को गिरफ्तारी, सरेंडर और एनकाउंटर में ढेर किया गया है। साल 2020 और 2021 को सबसे ज्यादा उपलब्धियां हासिल हुई हैं। कई नक्सलियों ने नक्सलवाद से तौबा किया है।
दरअसल, दंतेवाड़ा पहला ऐसा जिला है जहां सक्रिय नक्सलियों की सूची को पुलिस ने सार्वजनिक किया था। इसके बाद लगातार सफलताएं मिलनी शुरू हुईं। SP डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले में नक्सल उन्मूलन के लिए लगातार काम किया जा रहा है। 6 सालों में सरेंडर, गिरफ्तार और मारे गए नक्सलियों पर 11 करोड़ रुपए से ज्यादा का का इनाम रहा है। इनमें 635 का सरेंडर, 655 की गिरफ्तारी और 78 नक्सलियों को ढेर किया गया है।
लोन वर्राटू अभियान को मिली ज्यादा सफलता
नक्सल मामले में पुलिस के लोन वर्राटू अभियान को सबसे ज्यादा सफलता मिली है। इसी अभियान के तहत दंतेवाड़ा में पिछले डेढ़ सालों में 487 नक्सलियों का सरेंडर हुआ है। इनमें 120 से ज्यादा इनामी माओवादी भी शामिल हैं। दंतेवाड़ा देश का पहला ऐसा जिला है जहां पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे किस अभियान में इतनी बड़ी सफलता मिली हो।
इन्हें मिलती है यह राशि
पुलिस अफसरों के मुताबिक सरेंडर नक्सलियों पर घोषित इनाम की राशि उनके सरेंडर के बाद उन्हें ही दी जाती है। जबकि गिरफ्तार और मारे गए इनामी नक्सलियों की इनाम की राशि को गिरफ्तार करने वाली टीम और एनकाउंटर में ढेर करने वाले अफसर और जवानों को टीम को दिया जाता है।