खेती किसानी के लिए ला रहे खाद बीज की पिकअप घंटों फंसे रहे
पूरन मेश्राम/मैनपुर। ब्लॉक मुख्यालय मैनपुर से 35 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत गौरगांव की आश्रित ग्राम घोटियाभर्री जाने वाली मार्ग उडी़सा सीमा के कोरकाल नाला पर बीते रात में बारिश होने से बाढ़ आ गई है।आवागमन पूरी तरह बाधित हो जाने से खेती किसानी के लिए सामान ला रहे किसानों की खाद बीज से भरे पिकअप बाढ़ में फंँस गई किसानों को बड़ी चिंता हो रहा है समय पर उन्हें खेती किसानी करनी है।
यदि खेती किसानी समय पर नहीं करेंगे तो उन्हें उपज कैसे मिलेगी हमेशा से बरसात के मौसम मे नाला में थोडा़ बारिश में ही बाढ़ आने से लोग परेशान हो जाते हैं। उन्हें खाद बीज लाने एवं खेती किसानी करने में बड़ी दिक्कत होती है बच्चों को स्कूल जाने मे भंयकर परेशानी होती है। अचानक किसी के तबीयत खराब हो जाने से 108 भी नहीं पहुंच पाने से लोग डोला बनाकर के पार कराते हैं तब जाकर के उनके इलाज होती है।बरसात में ऐसी ही स्थिति निर्मित हो जाती है।
राशन सामग्री खरीदने के लिए भी वर्षा ऋतु में काफी परेशानी होती है पहली बारिश में ही नाला ने अपनी रौद्र रूप दिखा दिया है।जिसके कारण लोग आने-जाने के लिए डरते है।मजबूरी में बड़ी हिम्मत करके उस नाला को पार करते हैं तब जाकर के उन्हें दैनिक राशन सामग्री एवं स्वास्थ्य शिक्षा की सुविधा मिल पाता है।बार-बार इस नाला मे पुलिया निर्माण की मांँग ग्रामीणों के द्वारा करते आ रहे हैं।उसके बाद भी शासन प्रशासन के द्वारा इस नाला मे पुलिया निर्माण नहीं किया जाना वर्षों से क्षेत्र वासियों को मुसीबत में डाल कर रखा गया है। एक बार फिर क्षेत्र वासियों के द्वारा इस नाला में पुलिया निर्माण की मांग शासन प्रशासन से किया है।