रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में सोमवार को कब्र में दफन लाश को बाहर निकाला गया। दरअसल, जंगल में एक युवक का शव मिला था। इसे पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराकर दफना दिया था लेकिन परिजनों के आने के बाद कब्र खोदकर लाश निकाली गई। मामला तमनार थाना क्षेत्र का है।
रविवार शाम को पुलिस को सूचना मिली कि मिलुपारा के केनाडोंगरी पहाड़ी बांजीखोल पहाड़ी में एक अज्ञात शव मिला है। पुलिस ने शुरुआती जांच में पाया कि, शव करीब 5-6 दिन पुराना है। उसमें कीड़े पड़ गए थे।
गले और सिर के पीछे चोट के निशान
शव की शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमॉर्टम कराया और दफना दिया। इसके बाद सोमवार को उसके परिजन तमनार थाने पहुंच गए। उसके कपड़ों और बाकी सामान से शव की पहचान बिछिनरा निवासी 19 साल के टिकेश्वर लोधा के रूप में की गई।
तमनार पुलिस ने बताया कि, पोस्टमॉर्टम में उसके गले और सिर के पीछे चोट के निशान मिले हैं। ऐसे में हत्या की आशंका है। उसके पॉकेट में एक कागज के टुकड़े में मोबाइल नंबर मिला था। उसी में पता करने पर उसके परिजनों के बारे में जानकारी मिली और सूचना दी गई।
जेसीबी से खोदकर निकाली गई लाश
परिजनों ने पुलिस से पूछा कि लाश कहां है, तो पुलिस ने दफना देने की बात कही। परिजन अपने बेटे का शव मांगने पर अड़ गए। इसके बाद सोमवार दोपहर करीब ढाई बजे नायब तहसीलदार की मौजूदगी में जेसीबी से कब्र खोदकर शव निकाला गया।
दर्ज नहीं थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
पुलिस ने बताया कि, युवक के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं थी। इससे पहले भी युवक घर से दो तीन दिन के लिए कहीं चले गया था, लेकिन बाद में वो खुद वापस आ गया था। यही सोचकर उसके परिजनों ने शिकायत दर्ज नहीं कराई थी।
शव की स्थिति को देखकर कराया दफन
तमनार थाना प्रभारी आर्शीवाद रहटगांवकर ने बताया कि, शव की स्थिति को देखकर उसे 3-4 दिन तक रखना होता है। लेकिन शव के कई हिस्सों में कीड़े लग गए थे, काफी दुर्गंध आ रही थी। तमनार अस्पताल में फ्रीजर नहीं होने के कारण उसे दफना दिया गया।
कार्यपालिक दंडाधिकारी से खनन की ली अनुमति
तमनार थाना प्रभारी आर्शीवाद राहटगांवकर ने बताया कि, शव को दफन करने के करीब एक घंटे बाद मृतक के परिजन पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने कपड़े और अन्य आधार पर शिनाख्त की, तो कार्यपालिका दंडाधिकारी से अनुमति लेकर खनन कराया गया। शव का पंचनामा कर परिजनों को सौंप दिया गया है।