जिस पुल का मुआवजा नही मिला उस पुल पर दो गाँव के किसानों ने दूसरी बार लगाया जाम

  • 36 गाँव सहित ओडिशा का आवाजाही रहा प्रभावित
  • पहली बार आश्वासन से हटे थे अबकी बार एसडीएम के आश्वासन पर भी नही हटे किसान

Chhattisgarh Crimes

देवभोग। सेतु निर्माण विभाग को देवभोग के कुम्हड़ई खुर्द तेल नदी पर पुल निर्माण कराये दस वर्ष हो गये दो गाँव के 28 किसानो की कृषि भूमि अधिगृहीत की गयी ।अधिगृहीत की गयी जमीन के मुआवजे की पहली किश्त 13 मार्च 2015 को किसानो को दे दी गयी अब दूसरी किश्त की एरियर्स राशि के लिये किसान पिछले पाँच वर्षो से कलेक्टर, मंत्री एसडीएम के दफ्तर का चक्कर काट रहे है।पिडित किसान रामेश्वर पात्र, उपेन्द्र यादव, भोजो और शम्भू का आरोप है 3वर्ष पहले एसडीएम के खाते में दूसरी किश्त की राशि 63 लाख 25 हजार 74 रूपये शासन ने जमा कराये थे मगर पहले के पदस्थ एसडीएम ने भुगतान नही कराया।वही एसडीएम का कहना है इतनी राशि भुगतान के निर्देश नही पुनर्वास के 50प्रतिशत राशि ही भुगतान संभव है। किसान पुनर्वास के 50प्रतिशत राशि नही लेना चाहते है।

मुआवजे की माँग पर दूसरी बार लगाया जाम

कुम्हडई खुर्द और कुम्हड़ई कला के किसान दो माह पूर्व इसी पुल पर जाम लगाया था एसडीएम ने नायब तहसीलदार अभिषेक अग्रवाल को भेज कर एक महिने में निराकृत करने का आश्वासन दिलवाया था। दो माह बीत गये पर किसान के मुआवजे का निराकरण नही हो सका तो नाराज किसानो ने तेल नदी पुल पर फिर से जाम लगाया है। एसडीएम ने जाम स्थल पर पहुँचकर समझाने की कोशिश की पर इस बार किसान एसडीएम के आश्वासन के बाद भी नही माने और कलेक्टर गरियाबंद को बुलाने की जिद्ध पर अड गये।इसबार प्रशासनिक अमले को बैरंग लौटना पडा।

साहब आपको हाथ जोडते है हमारा मुआवजा दिला दीजिये

किसानो को आश्वासन देने पहुँचे एसडीएम टीकाराम देवांगन और थाना प्रभारी विकास बघेल किसानो को समझा रहे थे कि एक किसान ने एसडीएम के पैर पकडकर कहा साहब आपको हाथ जोडते है आप हमारा मुआवजा का दूसरा किश्त दिला दीजिये।या मुआवजा नही दिला सकते तो हमारा जमीन हमे वापस करवा दीजिये।वही जब एसडीएम ने पुनर्वास की राशि लेने को कहा तो किसानों ने लेने से इंकार कर दिया।किसानो का कहना है ऐसा करने से किसान के हिस्से केवल दो से तीन हजार रूपये आ रहे है।

किसान आरपार की लडाई को तैयार देवभोग का सप्ताहिक बाजार भी प्रभावित

मुआवजे को लेकर दफ्तरो के चक्कर काटने वाले किसान अब आर पार के लडाई के मूड में है अधिकारीयो की समझाईश काम नही आया सुबह पाँच बजे से अबतक अडे है इसका असर देवभोग के सप्ताहिक बाजार पर भी देखने को मिला नदीपार के 36गाँव से आने वाले सब्जियां और ग्राहक बाजार तक नही पहुँच सके वही आवाजाही भी बंद रहा। किसान के मुआवजे के लिये लगाये गये जाम को अब भाजपा का समर्थन मिल गया है और किसानों का कलेक्टर आते तक जाम लगाने की योजना है।