गाजीपुर. हंसीखुशी से एक युवक का प्रेम विवाह हुआ. जब दुल्हन की विदाई की गई, तब यह कहकर दुल्हन को बीच रास्ते में गाड़ी से दूल्हे व उसके परिजनों ने उतार दिया गया कि, जब तक दहेज में दो लाख रुपए और बाइक नहीं मिल जाती, तब तक तुम्हें विदा कर नहीं ले जाएंगे. इससे सहमी दुल्हन घर पहुंचकर पिता को आपबीती बताई, जिस पर पिता ने स्थानीय थाना में दूल्हे समेत परिजनों के खिलाफ तहरीर दी.
मामला गाजीपुर के चक अहमद गांव (गोंडी) का है. गांव निवासी रामअवतार राजभर की पुत्री 20 वर्षीय रीता का स्वजातीय 23 वर्षीय सुनील कुमार से पिछले एक वर्ष से प्रेम-प्रसंग चल रहा था. इसी बीच दोनों को तीन दिन पूर्व इसी गांव के सिवान में ग्रामीणों ने आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया. जब मामला आगे बढ़ा, तो दोनों गांवों के प्रधानों व ग्रामीणों के पंचायत के बाद स्वजातीय युगल की गत तीन जून को परिवारों की सहमति से पंचों की मौजूदगी में शिव मंदिर में हंसी-खुशी के साथ शादी सम्पन्न हो गई. इसी बीच रास्ते में अचानक गाड़ी रोक दुल्हन को रास्ते में छोड़कर लड़के वाले यह कहकर चलते बने कि जब तक दो लाख रुपए नगर व बाइक नहीं मिलेगी, तब तक तुम्हारी विदाई नहीं होगी.
यह सुनकर लड़की के पैरों तले जमीन खिसक गई. वह किसी तरह वहां से घर आकर अपने पिता को पूरी बात बताई. इस मामले में लड़की के पिता ने स्थानीय थाना तहरीर देकर लड़के वालों पर कार्रवाई की मांग की है. इस मामले को लेकर पुलिस जांच कर रही है.