युवक की अधजली लाश की गुत्थी सुलझी, आपसी लेनदेन बना हत्या की वजह, 2 आरोपी गिरफ़्तार

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। राजधानी के डीडी नगर इलाके में युवकी की हत्या के बाद शव को जला देने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों आरोपी आपस में मामा भांजे है, और मृतक की डीआई वाहन को हड़पने के लिए इस वारदात को अंजाम दिये थे।
दरअसल आज तड़के सुबह डीडीनगर मंजीत सिटी के पीछे खाली मैदान में एक युवक की जली हुई लाश मिली थी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम को शव के पास एक आधार कार्ड भी मिला था। आधार कार्ड में मृतक की पहचान वकील कैवर्त निवासी मुंगेली के रूप में की गयी थी।

जांच के दौरान पता चला कि मृतक डूमरतराई के एक मकान में किराए पर रहता था और अपनी डीआई वाहन से थोक मार्केट डूमरतराई में सब्जी सप्लाई का काम करता था। जानकारी मिलने के बाद पुलिस और क्राइम बांच की टीम ने थोक सब्जी मार्केट में मृतक के बारे में पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ के दौरान पता चला कि मृतक कुछ दिनों पहले ही चंगोराभाठा निवासी दीपक यादव के संपर्क में आया था, जिसके बाद संदेह के आधार पर दीपक यादव को हिरासत में लेकर उससे कढ़ाई से पूछताछ की गयी। पूछताछ के दौरान दीपक ने हत्या की बात कबूल करते हुये बताया कि उसने अपने भांजे शेखर यादव के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। आरोपी ने बताया कि, वो भी थोक मार्केट में सब्जी सप्लाई का काम करता था, पर कुछ दिनों पहले ही उसकी गाड़ी सीज कर ली गई थी और इसी वजह से उसका काम बंद हो गया था।

इस बात से वो काफी परेशान था। इसलिए उसने मृतक की डीआई गाड़ी हड़पने के लिए उसकी हत्या की योजना बनाई थी। योजना के तहत ही मृतक को शराब पिलाने के लिए बुलाया गया और फिर गुरूवार की रात उसे जमकर शराब पिलाई गयी। जब शराब का नशा मृतक को चढ़ा तो दोनों मामा-भांजे ने मिलकर उसकी धारदार हथियार और सिमेंट के रखे पत्थर से हमला कर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपियों ने पकड़े जाने के डर से मृतक के शव में पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपी दीपक यादव और शेखर यादव निवासी डीडी नगर निवासी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के खिलाफ हत्या के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

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