मासूम के सिर में फंसा बर्तन, 2 घंटे रोता रहा बच्चा, डॉक्टरों ने बचाई जान

Chhattisgarh Crimes

राजनांदगांव. जिले में एक 2 साल के बच्चे के साथ ऐसी घटना घटी जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. डोंगरगांव ब्लॉक के ग्राम गुंगेरी नवागांव में दुष्यंत यादव पिता सोनू यादव अपनी मां के साथ एक बर्तन लेकर पानी लेने के लिए नजदीक के हैंडपंप पर पानी भरने के लिए अपनी मां लिसिका यादव के साथ गया था. मां एक गुंडी (बर्तन)पकड़ी थी. वहीं दूसरा बर्तन बच्चे के पास था. उसी दौरान मां आगे बढ़कर हैंडपंप पर पानी भर रही थी. मां का पूरा ध्यान हैंडपंप से पानी भरने में चला गया. बच्चा खेलते-खेलते बर्तन को सिर पर रखकर मस्ती करने लगा. उसी दौरान बर्तन बच्चे के सिर पर जा फंसा.

सिर पर बर्तन फंसने के बाद बच्चा रोने लगा. तभी मां का ध्यान रोते हुए बच्चे पर गया. मां दौड़ते भागते बच्चे को लेकर घर आई. घर में लोगों ने बर्तन को निकालने की कड़ी मशक्कत की. बावजूद इसके कोई सफलता नहीं मिली. फिर बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरगांव लाया गया. फिर डॉक्टरों ने कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे के सिर से बर्तन निकाला.

खेलते-खेलते बच्चे के सिर में फंसा बर्तन

डोंगरगांवब्लॉक के ग्राम गुंगेरी नवागांव में यादव परिवार की खुशियां उस समय मायूसी में बदल गई जब उनके 2 साल के मासूम बच्चे के सिर पर खेलते-खेलते गुंडी (बर्तन) सिर में अटक गया. मासूम दुष्यंत की मां बर्तन लेकर पानी भरने के लिए घर के नजदीक हैंडपंप पर गई हुई थी. इस दौरान बच्चा भी साथ गया हुआ था. बच्चे ने खेलते-खेलते अपने सिर पर बर्तन फंसा लिया. बर्तन जब बच्चे के सिर के बाहर नहीं निकला तो बच्चा रोने लगा. इसे देखकर उसकी मां सकते में आ गई. दुष्यंत को लेकर वह सीधे घर पहुंची और स्वजनों को जानकारी दी. बर्तन को काटकर निकालने का प्रयास परिजनों द्वारा किया गया, लेकिन असफल होने के बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरगांव लाया गया.

बच्चे की हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने मामले को गंभीरता से लिया और सिर पर केमिकल लगाकर कड़ी मशक्कत के बाद सिर पर अटका बर्तन निकाला गया. बता दें कि इस दौरान डेढ़ से 2 घंटे बर्तन बच्चे के सिर पर फंसा रहा. वहीं डॉक्टरों की टीम ने डोंगरगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सिर पर केमिकल लगाकर सर में फंसे बर्तन को निकाला, तब जाकर परिजनों ने राहत की सांस ली. खेलते-खेलते बच्चे ने अचानक सिर पर बर्तन फंसा दिया जिसे परिजन बुरी तरीके से घबरा गए थे. घर में भी बर्तन निकालने की कोशिश परिजनों सहित लोगों ने की. बाद में असफल होने पर डोंगरगांव सामुदायिक स्वास्थ्य में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों की टीम ने बच्चे के सिर से बर्तन निकाला.