साल 2021 में खून से सबसे अधिक लथपथ हुईं छत्तीसगढ़ की सड़कें

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। छत्तीसगढ़ में वर्ष 2021 में राज्य गठन के बाद अब तक की सबसे अधिक मौतें सड़क हादसे से हुई हैं। इस वर्ष में कोरोना अपने चरम पर था और डेढ़ महीने का लाकडाउन भी था। इसके बाद भी 5,371 मौतें हुई हैं। वर्ष 2000 से अब तक के आंकड़ों में यह सर्वाधिक मौत है। हालांकि हादसों की संख्या 12 हजार 139 रही हैं।

इनमें 10 हजार 496 लोग घायल हुए हैं। राज्य गठन के समय प्रदेश में औसतन हर वर्ष एक से डेढ़ हजार लोगों की मौतें सड़क हादसे से होती थी। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना काल में इतनी बड़ी संख्या में सड़क हादसे से हो रही मौत की वजह के कई कारण हो सकते हैं। पर इस दौर में लोगों को मानसिक तनाव था, ऐसे में वाहन चलाते वक्त ध्यान केंद्रित करने में लोग असहज रहे हैं।

2020 में कोरोना के चलते ज्यादातर समय में आने-जाने में बंदिशें रहीं है। इसके बाद भी 4,606 लोग सड़क हादसे में अपनी जान गंवा दिए। अभी वर्ष 2022 के प्रथम छह माह में 6,981 सड़क दुर्घटनाओं में 3,053 व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है और 6,441 व्यक्ति घायल हुए हैं।

जागरुकता के लिए अभि‍यान तेज करने के निर्देश

अधिकारियों ने बताया कि सड़क हादसों की बढ़ती संख्या को देखते हुए परिवहन विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि लोगों को यातायात के नियमों के प्रति जागरुक करें। नशे की हालत में गाड़ी चलाने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करें।

सड़क सुरक्षा जैसे गंभीर विषय को छत्तीसगढ़ की जनता के लिए, सहजता और सरलता से समझने, अपनाने और जीवन का हिस्सा बनाने की दृष्टि से लीड एजेंसी ने इंटरनेट मीडिया हैंडल बनाए हैं। इसके अंतर्गत फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम और यू-ट्यूब के जरिए संबंधित जानकारी, जागरुकता सामग्री का प्रचार-प्रसार नियमित किया जा रहा है।