कोरबा। को-आपरेटिव्ह बैंक बिलासपुर के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र पांडे की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। बीजेपी नेता देवेंद्र पाण्डेय का पता बताने वाले को इनाम दिया जाएगा। इस बात की घोषणा खुद एसपी अभिषेक मीना ने की है। देवेंद्र पाण्डेय को 2012 में हुए धान घोटाले में आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने पता बताने वाले को 5 हजार रुपए का इनाम देने का ऐलान किया है।
सोहागपुर धान घोटाला मामले में फरार चल रहे भाजपा नेता देवेंद्र पांडेय के खिलाफ राज्य शासन ने ईओडब्ल्यू को जांच करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। ईओडब्ल्यू ने एक दशक पहले मामला दर्ज किया था, पर अभी तक जांच शुरू नहीं की थी। एफआइआर के बाद भी स्वीकृति नहीं होने पर मामला लंबित रखा गया था। पिछले दिनों रामपुर विधायक व पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने इस संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिख कर प्रकरण की जानकारी देते हुए आपराधिक मामले में देवेंद्र के खिलाफ कार्रवाई करने अनुमति देने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए अपनी सहमति प्रदान की।
इस पर शासन के सहकारिता विभाग के अवर सचिव एसके सिंह ने आदेश जारी कर ईओडबल्यू रायपुर के पुलिस अधीक्षक को जांच की अनुमति प्रदान की है। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि ईओडबल्यू में देवेंद्र पाण्डेय व को- आपरेटिव्ह बैंक के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी डीसी ठाकरे के खिलाफ पंजीबद्ध प्रारंभिक जांच क्रमांक 26- 02011 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-1988 धारा- 17 (क) अब तक लंबित था।