अव्यवस्थाओं को लेकर एकलव्य स्कूल के छात्रों का फूटा गुस्सा पैदल ही निकल पड़े थे जिला मुख्यालय गरियाबंद की ओर

Chhattisgarh Crimes

किशन सिन्हा/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स

छुरा. एकलव्य विद्यालय के बच्चों द्वारा शिक्षा विभाग के लचर व्यवस्था के खिलाफ महीनों से भरा आक्रोश आज गुब्बारा बनकर फुट पड़ा । जहां छुरा के छात्र छात्राओं ने विद्यालय की अव्यवस्थाओं को लेकर पैदल मार्च निकाल कर छुरा से 30 किलोमीटर दूर गरियाबंद जिला मुख्यालय पैदल जाने के लिए निकल पड़े थे वहीं इसके पूर्व में भी वे अव्यवस्था पर हल्ला बोल कर चुके थे, बच्चों ने आज सुबह से ही अपना विरोध प्रदर्शन विद्यालय परिषर में शुरू कर दिया था उन्होंने अपने सभी शिकायतों और मांगों को लेकर सर्वप्रथम विद्यालय के अधिकारियों के समक्ष अपना विरोध जताया इसके पश्चात उचित आश्वासन न मिलने पर वे पैदल जाने को मजबूर हुए, वहीं छात्रों की सूचना से प्रशासन में हड़कंप मच गया और कलेक्टर के निर्देश पर जिले के अधिकारी मौके पर पहुंचे तब तक बच्चे लगभग पांच किमी का सफर तय कर सहकारी धान खरीदी मंडी के पास पहुंच चुके थे जहां एसडीएम व जिला शिक्षाधिकारी के समझाइस के बाद बच्चों को अधिकारी अपने अपने निजी दो पहिए चार पहिया वाहनों से व निजी विश्वविद्यालय के बसों को व्यवस्था कर विद्यालय लाया गया।

छात्र छात्राओं से जानकारी लेने पर उन्होंने ने अपने दस सूत्रीय समस्याओं का विवरण दिया जो शिक्षकों की कमी ,प्राचार्य के निष्क्रियता, गुणवत्ताहीन भोजन, पेयजल की समस्या साफ सफाई व रखरखाव का अभाव, विभिन्न खेल सामग्री की कमी हॉस्टल में बिजली की अवस्था, यूनिफॉर्म की कमी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का झूठा आश्वासन, शैक्षणिक भ्रमण व्यवस्था का भाव आदि मुद्दों को मुख्य रुप से बताया। जिसपर बच्चों व पालकों के साथ विद्यालय में बैठकर अधिकारियों के द्वारा समझाइश दिया गया। और पन्द्रह दिन के भीतर सभी खामियों को दुरुस्त करने की बात कही गई, व संबंधित अधिकारियों पर तीन दिन के भीतर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया। लेकिन आगे देखने वाली बात यह होगी कि ये व्यवस्था दुरुस्त होती है या केवल आश्वासन तक सीमित रह जायेगा क्योंकि लगभग हर तीन छै महीने में यहां इस प्रकार आलम देखने को मिलता है।

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