सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से हत्या सनसनीखेज मामला समाने आया है. जहां सूरजपुर कोतवाली थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई है. दोनों की लाश घर से करीब 5 किलोमीटर दूर पीढ़ा गांव में संदिग्ध हालात में मिली है. इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है.
घटना की सूचना मिलते ही एसपी सहित आलाधिकारी मौके पर पहुंचे हुए हैं. पुलिस मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है. फिलहाल, पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और आरोपी की सरगर्मी से तलाश की जा रही है.
दोनों की हत्या क्यों की गई
प्रधान आरक्षक से भी जानकारी जुटाई जा रही है। दोनों की हत्या क्यों की गई यह भी बड़ा सवाल है। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि हत्यारे जो भी थे उन्होंने पूरे मामले की रेकी की थी। उन्हें पता था कि प्रधान आरक्षक रात देर से लौटेगा। नीचे के किराए के मकान में परिवार रहता है वह बाहर गया हुआ है और सूनेपन का फायदा उठाकर उन्होंने प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी पर घर में घुसकर हमला कर उनकी हत्या कर दी।
सात किलोमीटर दूर गड्ढे में मिला शव
हत्या के बाद दोनों के शव को वहां से घसीटते हुए किसी वाहन के जरिए घटना स्थल से लगभग 5 किलोमीटर दूर अलग-अलग गड्ढे में फेंका गया होगा। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ भी कर रही है। घटनास्थल जहां लाश मिली और जिस किराए के मकान में प्रधान रक्षक रहता है वहां फॉरेंसिक की टीम और डॉग स्क्वॉड को जांच के लिए बुलाया गया है।
टीएस सिंहदेव ने सरकार पर हमला बोला
मामले में पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि सभी छत्तीसगढ़ वासी बहुत ही कष्ट के साथ प्रदेश को एक ‘भयावह अपराध प्रदेश’ में तब्दील होते हुए देख रहे हैं। अपराधी निर्भीक हैं। जैसे उन्हें या तो प्रशासन का डर नहीं, या उसके समर्थन पर पूरा भरोसा है।
उन्होंने कहा कि सूरजपुर में प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या ने एक बार फिर सरकार और कानून-व्यवस्था की निष्क्रियता को उजागर किया है। जब एक पुलिसकर्मी के परिवार को इस तरह के खतरे में है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या हाल होगा?