प्रदेश में बच्चों से भीख मंगवाकर न केवल उनका मौलिक अधिकार, अपितु बचपन भी छीनने का दुष्चक्र चल रहा : भाजपा

  • भाजपा शहर ज़िला अध्यक्ष व पूर्व विधायक सुंदरानी ने पढ़ने-लिखने की उम्र में बच्चों से कराई जा रही भिक्षावृत्ति को लेकर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला
  • छत्तीसगढ़ की बड़बोली प्रदेश सरकार की लापरवाही के चलते लैंड, सैंड और लिकर माफ़ियाओं की सूची में अब बेगर माफ़िया भी शुमार हो चले हैं : सुंदरानी

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के रायपुर शहर ज़िला अध्यक्ष व पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने पढ़ने-लिखने की उम्र में बच्चों से कराई जा रही भिक्षावृत्ति को लेकर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि केंद्र सरकार ने जिन बच्चों को पढ़ा-लिखाकर क़ाबिल बनाने के लिए शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू किया है, प्रदेश की कांग्रेस सरकार अब उसके प्रति भी लापरवाही का परिचय दे रही है। प्रदेशभर में बच्चों से भीख मंगवाकर उनसे न केवल उनका मौलिक अधिकार, अपितु उनका बचपन भी छीनने का दुष्चक्र चल रहा है और शासन-प्रशासन आँखें मूंदे बैठे हैं।

भाजपा शहर ज़िला अध्यक्ष व पूर्व विधायक श्री सुंदरानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की बड़बोली प्रदेश सरकार की लापरवाही के चलते लैंड, सैंड और लिकर माफ़ियाओं की सूची में अब बेगर (भिक्षावृत्ति कराने वाले) माफ़िया भी शुमार हो चले हैं, जो छत्तीसगढ़ के छोटे-छोटे गाँवों से बच्चों को विभिन्न वाहनों में भरकर नज़दीकी बड़े शहरों में लाकर उनसे भिक्षावृत्ति करा रहे हैं और फिर इसके एवज़ में बच्चों से पैसों की ज़बरिया उगाही की जा रही है। श्री सुंदरानी ने कहा कि विभिन्न समाचार पत्रों में इस तरह की ढेरों ख़बरें छपने के बाद भी प्रदेश की कांग्रेस सरकार और उसकी प्रशासनिक मशानरी कोई संज्ञान नहीं ले रही है, जिससे प्रदेश सरकार की नीयत और नीति पर सवाल खड़े होते हैं।

इस मामले में हुए ताज़ा ख़ुलासे का ज़िक्र करते हुए श्री सुंदरानी ने कहा कि रायपुर ज़िले के खरोरा से बच्चों को रायपुर लाकर भीख मंगवाई जा रही है और प्रदेश सरकार अपनी नाक के नीचे चल रहे इस अमानवीय कृत्य की ओर से आँखें मूंदे बैठी है। यह अमानवीय और आपराधिक कृत्य सिर्फ़ रायपुर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में बेखटके अंजाम दिया जा रहा है। आज मुख्यमंत्री की आईजी, एसपी की बैठक में इस विषय पर चर्चा तक नहीं हुई। इससे साफ पता चलता है कि मुख्यमंत्री बघेल इसे अपराध ही नहीं मानते और इस तरफ शासन का रवैया अनदेखी वाला है। श्री सुंदरानी ने मांग की कि शासन-प्रशासन को इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और ऐसे माफ़ियाओं को सींखचों के पीछे डालना चाहिए।