गरियाबंद जनपद सीईओ पर कार्यवाही नहीं होने पर भड़का आदिवासी समाज और सरपंच संघ

  •  8 अगस्त को कलम बंद और 9 अगस्त को कलेक्ट्रेट का घेराव की दी चेतावनी
  • महिला सरपंच ने सीईओ पर लगाया था अभद्र व्यवहार करने का आरोप

Chhattisgarh Crimes

गरियाबंद । ग्राम पंचायत के कामों के सिलसिले में जनपद सीईओ से मिलने पहुंची महिला सरपंच के साथ जनपद सीईओ द्वारा अभत्र व्यवहार किए जाने के मामले में जिला प्रशासन को शिकायत किए जाने के बाद अब तक कार्यवाही नहीं होने से सरपंच संघ और सर्व आदिवासी समाज में भारी आक्रोश व्याप्त है।

सरपंच संघ और सर्व आदिवासी समाज ने ज्ञापन सौंपकर आज स्पष्ट कर दिया है कि अगर इस मामले में प्रशासन आठ अगस्त तक सीईओ के खिलाफ़ कोई कार्यवाही नहीं करता है तो 8 अगस्त को कलम बंद कर विरोध प्रगट किया जाएगा वहीं 9 अगस्त को कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा। सरपंच संघ ने आज अपर कलेक्टर जी आर चौरसिया को ज्ञापन सौंपा कर इस पर तत्काल कार्यवाही किए जाने की मांग की हैं। इस मौके पर सरपंच संघ अध्यक्ष सहित सदस्य भारी संख्या में मौजूद थे।

गौरतलब हों कि ग्राम पंचायत कोकड़ी की महिला सरपंच ग्राम पंचायत की समस्या को लेकर 29 जुलाई को जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से मिलने गई थी, जैसे ही पंचायत के कामों को लेकर अपनी बात रखी वैसे ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा अभद्र व्यवहार करते हुए मूर्ख एवं तू तड़क करते ऊंची आवाज में उंगली दिखाकर अभद्र व्यवहार किया गया। महिला सरपंच का कहना है कि सीईओ के इस तरह के बर्ताव से वह बहुत मानसिक रूप से प्रताड़ित हुई है।

महिला सरपंच का कहना है कि जब सीईओ उनसे अभद्र पूर्वक व्यवहार कर रहे थे उस समय नाहर गांव सरपंच भी जनपद कार्यालय में उपस्थित थे। महिला सरपंच का कहना है कि वह आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं और एक जनप्रतिनिधि होने के साथ-साथ अपने पंचायत की पहली नागरिक भी हैं सीईओ के बर्ताव से उसे काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। जैसे ही यह बात सरपंच संघ और आदिवासी समाज के मुखियो तक पहुंची उन्होंने जनपद सीईओ के इस प्रकार के कृत्य को अशोभनीय बताते हुए जनपद सीईओ के खिलाफ़ कार्यवाही किए जाने की मांग करते हुए पुलिस अधीक्षक एवं जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। सरपंच संघ अध्यक्ष मनीष ध्रुव का कहना है कि अब तक हमारी मांग पर जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से संघ के सदस्यों में गहरी नाराजगी है।