बिना अनुमति रैली निकालकर CM हाउस घेराव करने की कोशिश, पुलिस ने आंदोलनकारी विद्युत संविदाकर्मियों को किया गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes

रायपुर. विद्युत संविदाकर्मियों ने बिना अनुमति रैली निकालकर घेराव करने की कोशिश की. पुलिस बल ने विद्युत संविदाकर्मियों को स्मार्ट सिटी कार्यालय के पास रोक था. पुलिस के रोकने पर आंदोलनकारी वहीं सड़क पर बैठ गए. कई बार समझाने के बाद भी नहीं माने. आंदोलनकारी रात भर रोड बाधित करके सड़क पर बैठ गए, जिससे आने जाने वालों को काफी परेशानी हुई. हालांकि बिना अनुमति आंदोलन कर रहे लोगों को खदेड़ा गया. साथ ही मुख्य लोगों को गिरफ्तार कर जेल परिसर ले जाया गया है.

बता दें कि, अपनी मांगों के लेकर विद्युत संविदाकर्मी हड़ताल पर हैं. जिसके बाद आज सुबह यानी शनिवार को आंदोलनकारी उग्र प्रदर्शन नारेबाजी करते हुए अलग-अलग टुकड़ों में होकर शासकीय संस्थान के घेराव का प्रयास करने लगे. जिसे पुलिस बल द्वारा रोका गया. बिना अनुमति आंदोलन कर रहे लोगों को खदेड़ा गया. कुछ मुख्य लोगों को गिरफ्तार कर जेल परिसर ले जाया गया. आवागमन बाधित करने का मामला दर्ज किया गया है.

जानकारी के अनुसार, विद्युत संविदाकर्मियों के द्वारा लगभग 1 माह से धरना किया जा रहा है, जिसमें उनकी मांगों को लेकर CSPDCL के अधिकारियों एवं प्रशासन के अधिकारियों से कई बार चर्चा हो चुकी है. उल्लेखनीय है कि, संविदा कर्मियों की 5 में से 3 मांग पर कार्रवाई करते हुए, संविदा वेतन बढ़ाना, कार्य के दौरान दुर्घटना में उपचार व्यय की प्रतिपूर्ति, मृत्यु के स्तिथि में मुआवजा संबंधी मांग मानी जा चुकी है और क्रियान्वयन आदेश भी जारी हो चुका है.

वहीं उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश में नियमितिकरण की प्रक्रिया निरस्त की गई है, जिससे संघ को बैठक कर अवगत भी कराया गया और हड़ताल समाप्त करने का अनुरोध भी किया गया. संघ को यह भी बताया गया कि, श्रम न्यायालय द्वारा भी हड़ताल को अवैध घोषित करते हुए पुनः कार्य पर उपस्थित होने के निर्देश संघ और सम्बंधित को दिए गए हैं. फिर भी इनके द्वारा उग्र आंदोलन कर बार-बार व्यवस्था बिगाड़ी जा रही है. अलग-अलग दिन 5 बार इनके द्वारा सड़क पर बैठ कर आवागमन बाधित किया गया है, जिससे आसपास के रहने वालों में काफी आक्रोश भी है.

प्रदेश के संविदा कर्मचारियों को बर्बरता से पिटवाना कांग्रेस सरकार की कायरता है : भाजपा

प्रदेश की राजधानी में पिछले कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे संविदा कर्मचारियों के साथ हुई मारपीट पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने दुःख व्यक्त किया है. श्री साय ने कहा प्रदेश के युवाओं को कांग्रेस सरकार द्वारा पीटा जाना बेहद दुर्भाग्यजनक है. गांधीवादी तरीके से कांग्रेस सरकार को अपनी मांगों से अवगत कराना, सरकार द्वारा किए वादों को उन्हे याद दिलाना कोई पाप या अपराध नही जो पुलिस से उन्हे बर्बरता से पिटवाया गया. श्री साय ने कांग्रेस सरकार से पूछा है क्या प्रदेश के युवा गुंडे थे जो इन्हें पीटा गया इनकी गलती क्या थी? लोकतांत्रिक तरीके से चल रहे आंदोलन को कुचलने का यह बेहद शर्मनाक तरीका है. श्री साय ने कांग्रेस सरकार से कहा कि वो चुनाव से पहले इन युवाओं से किए अपने वादे को याद करे इन्हें 10 दिनों में नियमित करने का वादा किया गया था स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व टीएस बाबा ने संविदा कर्मचारियों से यह वादा किया था आज सरकार बने 1000 से ज्यादा दिन हो चुके है. राज्य सरकार को उनकी मांग पूरी करनी चाहिए लेकिन वह उनके साथ बर्बरता से पेश आ रही है यही कांग्रेस का असली चरित्र है. श्री साय ने कहा प्रदेश के युवाओं को ठगने वाली उनके साथ बर्बरता करने वाली इस कांग्रेस सरकार का अंत नजदीक है.

इस तरह सड़क पर लेट गए थे आंदोलनकारी।