मुर्गे की बांग से परेशान डॉक्टर ने थाने में दर्ज कराई शिकायत

Chhattisgarh Crimes

इंदौर. अगर आप गांव में हैं तो मुर्गे की बांग मॉर्निंग अलार्म का काम करती है, लेकिन अगर शहर में मुर्गा बांग देता है तो यह परेशानी का सबब बन सकता है। इंदौर के एक कैंसर स्पेशलिस्ट ने पलासिया थाने में अपने पड़ोसी के खिलाफ केस दर्ज कराया है। उनकी समस्या यह है कि पड़ोसी के मुर्गे सुबह-सुबह बांग देकर उनकी नींद में खलल डालते हैं।

पलासिया पर ग्रेटर कैलाश हॉस्पिटल के पास सिल्वर एनक्लेव में डॉ. आलोक मोदी रहते हैं। उन्होंने पलासिया थाने में अपने पड़ोसी के खिलाफ पब्लिक न्यूसेंस का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि पड़ोसी वंदना विजयन ने मुर्गे पाल रखे हैं। इसके साथ-साथ चार कुत्ते भी उसके घर में है। मुर्गे आंगन में खुले रहते हैं और सुबह चार से पांच बजे के बीच बांग देते हैं और नींद खराब करते हैं।

पलासिया पुलिस थाने को मिली शिकायत के अनुसार डॉक्टर मोदी कई बार ड्यूटी और ऑपरेशन की वजह से रात में देर से घर लौटते हैं। सुबह तक सोते हैं, लेकिन पड़ोसी के मुर्गे उन्हें सोने नहीं देते। इस वजह से नींद टूट जाती है और पूरा दिन खराब होता है। ऐसा नहीं है कि डॉक्टर मोदी ने पड़ोसी से बात नहीं की है। पर हर बार विवाद ही हुआ है, समाधान नहीं निकला। डॉक्टर मोदी ने तो मुर्गों को पिंजरे में ढंककर रखने की सलाह भी दी है, लेकिन रास्ता नहीं निकला। आखिरकार उन्होंने पुलिस की शरण ले ली।

पुलिस ने धारा 138 के तहत केस दर्ज किया

डॉ. मोदी की शिकायत पर पुलिस ने जांच की और वंदना विजयन के खिलाफ धारा 138 के तहत केस दर्ज किया है। उन्हें समझाइश भी दी गई है। पलासिया पुलिस थाने के टीआई संजय बैस ने कहा कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जा रही है।

चार कुत्ते भी भौंक-भौंककर करते हैं परेशान
वंदना विजयन के सिर्फ मुर्गे ही नहीं बल्कि कुत्ते भी परेशान करते हैं। डॉ. मोदी की शिकायत के अनुसार यह चार कुत्ते दिनभर भौंकते रहते हैं। इस वजह से उन्हें और अन्य पड़ोसियों को परेशानी होती है। मामले को सुलझाने के सभी रास्ते नाकाम रहे, तब जाकर उन्होंने पुलिस की शरण ली है।

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