दुर्ग। जिले में बजरंग दल के दो गुट आपस में भिड़ गए। दोनों के बीच झगड़ा इतना बढ़ गया एक गुट के नेता ने खुलेआम पिस्टल निकाल ली। यह देख पुलिस वालों के हाथ पैर फूल गए। आनन-फानन में अंजोरा पुलिस ने पिस्टल को अपने कब्जे में लिया और फोर्स को बुलवाया। जब दुर्ग से और पुलिस बल पहुंचा तब जाकर मामला शांत हुआ। अब दोनों पक्ष कोतवाली और एसपी कार्यालय का घेराव कर शिकायत दर्ज कराने पहुंच रहे हैं।
अंजोरा निवासी शीला कुशवाहा ने बताया कि वो लोग रोज के कमाने वाले हैं। उसने बताया कि एक साल पहले उसका बेटा और जेठ का लड़का बाइक से घूमने गए थे। उस दौरान उन्होंने एक साइकिल चालक बुजुर्ग को टक्कर मार दी। इसमें बुजुर्ग को चोट आई थी। पुलिस ने गाड़ी को जब्त कर दोनों लड़कों को पकड़ लिया।
सूचना मिलते ही शीला और उसका पति थाने पहुंचे तो वहां बजरंग दल का नेता राकेश उर्फ राजीव लोचन तिवारी मिला। उसने कहा कि हम तुम्हारा मामला सॉल्व करा देंगे, थोड़ा पैसा लगेगा। शीला इसके लिए मान गई। राकेश तिवारी ने शीला से 40 हजार रुपए लिए। पैसा लेने के बाद भी तिवारी ने केस को खत्म नहीं कराया और वो आज तक कोर्ट में चल रहा है।
उधर, इस बात की जानकारी जब बजरंग दल के नेता रतन यादव को हुई तो उन्होंने इसे गलत बताते हुए मामला दर्ज कराने की बात कही। वो लोग मंगलवार को पीड़ित शीला को लेकर अंजोरा चौकी पहुंचे तो वहां राजीव लोचन तिवारी भी पहुंच गया। वहां दोनों गुटों के बीच झगड़ा होने लगा।
डंडा, हॉकी, चाकू तलवार और कट्टा लेकर गए झगड़ा करने
बजरंग दल के दोनों गुटों के बीच विवाद काफी बड़ा था। यदि पुलिस समय रहते शांत नहीं कराती तो मामला काफी बढ़ जाता। दोनों पक्ष से लोग हॉकी, डंडा, तलवार, चाकू और यहां तक की पिस्टल तक लेकर गए थे। झगड़े के बीच बजरंग दल के जिला संयोजक रवि निगम ने पिस्टल तक निकाल ली। पिस्टल लहराता देख पुलिस तुरंत रवि को पकड़ा और पिस्टल छीन कर जब्त किया। रवि निगम का कहना है कि उसके पास कोई पिस्टल नहीं था। पिस्टल लहराने वाला आरोप गलत है।
पुलिस कर रही मामले की जांच, होगी कार्रवाई
दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। फिलहाल मामला शांत कराया जा रहा है। एक पिस्टल को जब्त किया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।