राजनांदगांव। खेल-खेल में दो वर्षीय मासूम बच्चे ने 5 रूपए का सिक्का निगल लिया। जब सांस लेने और निगलने में दिक्कत हुई और उसके परिजनों को इसकी जानकारी मिली तो उनके होश उड़ गए। आनन-फानन में मासूम बालक को इलाज के लिए शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. धनंजय ठाकुर के पास ले जाया गया, जहां से उसे सिटी हॉस्पीटल लाया गया। यहां क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डॉ. प्रियंक ठाकुर ने सीआर्म मशीन के माध्यम से आहार नली में फंसे सिक्के की स्थिति देखी। इसके पश्चात उसे बाहर निकाल लिया। गनीमत यह रही कि आपरेशन की आवश्यकता नहीं पड़ी। बच्चा अब पूरी तरह स्वस्थ्य है।
मिली जानकारी के अनुसार भरकापारा निवासी जयेश प्रसाद यादव उम्र 2 वर्ष ने एक दिन पहले सोमवार को दोपहर 1 बजे के आसपास 5 रूपए का सिक्का निगल लिया, जिसकी जानकारी लगने पर परिजनों ने उसे उपचार के लिए शिशु रोग विशेषज्ञ धनंजय ठाकुर के पास लेकर पहुंचे। बच्चे को सांस लेने तथा निगलने में दिक्कतें आ रही थी जिसे तुरंत सिटी हॉस्पीटल ले जाया गया, जहां पर ड्यूटी में उपस्थित डॉ. प्रियंक ठाकुर ने बच्चे का एक्स-रे करवाया।
बाद में ओटी में सीआर्म मशीन के माध्यम से आहार नली तथा सांस नली के मध्य फंसे 5 रूपए के सिक्के को पतली चिपटी का सहारा लेकर सफलतापूर्वक निकाला गया। इस दौरान बच्चे को बेहोश किया गया था ताकि किसी प्रकार की गंभीर स्थिति निर्मित न हो। सफलता के साथ चंद मिनटों के भीतर ही आहार नली तथा सांस नली के मध्य फंसे सिक्के को निकालने में सफलता मिलने पर ओटी में उपस्थित सभी चिकित्सक, स्टाफ तथा परिजनों ने राहत की सांस ली।
डॉ. प्रियंक ठाकुर ने बताया कि जिस स्थान पर सिक्का फंसा हुआ था, स्थिति काफी क्रिटिकल थी, फिर भी सीआर्म मशीन की सहायता से बच्चे की आहार नली में फंसे सिक्के को निकालने में सफलता मिली है। बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है और उसे अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है।