गौठान पहुंच कार्यक्रम के तहत मुख्य सचिव अमिताभ जैन पहुंचे बलौदाबाजार जिले के ग्राम पुरैना-खपरी के गौठान में

  • गौठान में संचालित गतिविधियों का लिया जायजा
  • गोबर खरीदी और वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन का काम भी देखा
  • चौपाल में जमीन पर बैठकर महिला स्व-सहायता समूहों से की चर्चा
  • गौठानों की व्यवस्था को मजबूत बनाने 7 अप्रैल से अधिकारी करेंगे गौठानों का भ्रमण

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। गौठान में संचालित गतिविधियों का लिया जायजामुख्य सचिव अमिताभ जैन ‘‘गौठान पहुँच कार्यक्रम’’ के अंतर्गत आज बलौदाबाजार जिले की ग्राम पंचायत पुरैना खपरी के गौठान में पहुँचे। मुख्य सचिव श्री जैन ने गौठान में संचालित विभिन्न गतिविधियों का जायजा लिया और गौठान में लगायी गयी चौपाल में जमीन पर बैठकर महिला स्व सहायता समूहों के सदस्यों के साथ उनके द्वारा गौठान में संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। इस दौरान श्री जैन में महिला स्व-सहायता समूह के कार्याे की सरहाना की। इस अवसर पर बलौदाबाजार जिले के कलेक्टर डोमन सिंह भी उपस्थित थे। मुख्य सचिव ने गौठान में गोबर खरीदी की जानकारी ली और स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार वर्मी कम्पोस्ट की गुणवत्ता भी परखी।

अमिताभ जैन पुरैना खपरी के गौठान में पहुंचेउल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले दिनों सभी अधिकारियों को गौठानों का भ्रमण कर वहां संचालित गतिविधियों का जायजा लेने और गतिविधियों के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक पहल करने के निर्देश दिए थे। इसी तारतम्य में आज मुख्य सचिव अमिताभ जैन पुरैना खपरी के गौठान में पहुंचे।

गौठानों की व्यवस्था को मजबूत बनाने केमुख्य सचिव अमिताभ जैन ने गौठान में ग्रामीणों और महिला स्व-सहायता समूह की सदस्यों से चर्चा के बाद कहा कि गौठानों की व्यवस्था और अधिक मजबूत हो और लोगों को इससे फायदा हो। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा 07 अप्रैल से अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत अधिकारी गौठानों का भ्रमण कर वहां गतिविधियों का जायजा लेंगे और गौठानों की व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन देंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि वे इस अभियान के शुरू होने के एक दिन पहले ही गौठान में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि पुरैना-खपरी गौठान में काम कर रहीं महिलाएं अपने काम से संतुष्ट हैं। उन्हें यहां से आमदनी भी हो रही है और सबसे बड़ी बात यह है कि ये महिलाएं होने वाली आमदनी का इस्तेमाल अपने रोजमर्रा के खर्च में न करके, अपने काम की उत्पादकता को बढ़ाने के लिए कर रही हैं।

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