उन्नाव : जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है तीसरी लड़की

Chhattisgarh Crimes

उन्नाव। जिले में घटना एक बार फिर सबकों शर्मसार कर दिया है। जिले के असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में बुधवार रात तीन नाबालिग दलित लड़कियां खेत में दुपट्टे से बंधी पड़ी मिलीं। जिसमें से दो की मौत हो चुकी है, जबकि एक जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है। उसे कानपुर के रीजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद सकते में आई पुलिस प्रशासन ने घटनास्थल को कब्जे में ले लिया है। इसके साथ ही पीड़ित परिवार को नजर बंद कर दिया है और किसी को भी बात करने की अनुमति नहीं है। पुलिस ने प्रथम दृष्ट्या में जहरीला पदार्थ खाने से हालत बिगड़ने की आशंका जताई है।

घटना की जानकारी मिलते ही देर रात एडीजी जोन एसएन साबत और आईजी लक्ष्मी सिंह ने घटनास्थल का लिया जायजा। एडीजी और आईजी ने परिजनों से बात की और मामले की जानकारी ली। वहीं पुलिस आलाधिकारियों ने पुलिसकर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए। देर रात डीएम रविंद्र कुमार ने भी परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया।

पुलिस को पॉइजनिंग की आशंका

एसपी आनन्द कुलकर्णी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास के ग्रामीणों से जानकारी ली। एसपी ने बयान देते हुए बताया की घटना स्थल पर काफी झाग पड़ा हुआ पाया गया है, प्राथमिक तौर पर पॉइजनिंग के सिम्टम्स हैं, घटना को रिकंस्ट्रेक्ट करके और बयानों से साक्ष्यों को एकत्रित किया जा रहा है। एसपी ने बताया कि सारी पूछताछ प्राइमरी स्टेज पर है। एसपी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी काफी कुछ चीजें क्लियर हो जाएंगी। 6 टीमें बनाई गई हैं और मामले की तफ्तीश की जा रही है।

क्या था मामला

असोहा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत पाठकपुर के मजरे बबुरहा में कल लगभग दोपहर बाद 3:00 बजे के करीब कोमल पुत्री संतोष पासी उम्र 16 वर्ष, काजल पुत्री सूरजपाल पासी उम्र लगभग 13 वर्ष, रोशनी पुत्री सूर्य बली उम्र लगभग 17 वर्ष बबुरहा नाला के पास खेत में पशुओं के लिए हरा चारा लेने गई थीं, लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटीं। जिसके बाद परिजन उन्हें खोजने निकले। परिजनों के मुताबिक खेत में तीनों लड़कियां कपड़े से बंधी मरणासन्न हालत में मिली थीं। तीनों किशोरियों को परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र असोहा ले गए. जहां पर डॉक्टरों ने कोमल और काजल को मृत घोषित कर दिया. वहीं रोशनी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने कानपुर के हैलट अस्पताल के लिए रेफर किया गया. वहां भी हालत में सुधार न होने पर कानपुर के एक निजी अस्पताल में शिफ्ट कराया गया है.

Exit mobile version