भिलाई। यह हैं छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले अमन। ये पिछले 12 साल से सिर की नसों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। गर्दन में इतना दर्द रहता था कि अमन अपने लिए मरने की दुआ करते थे। लॉकडाउन के दौरान सोनू लोगों के लिए मसीहा बनकर सामने आए थे। सूद के लिए अब गरीबों-बीमारों की मदद करना एक मुहिम बन गया है। जब इसकी खबर अमन को पता चली, तो उन्होंने संकोच करके सूद को ट्वीट किया। हालांकि उन्हें उम्मीद कम थी कि सूद की ओर से कोई रिप्लाई आएगा। क्योंकि सेलेब्रिटी का अपना एक स्वैग होता है। लेकिन सूद की टीम ने अमन से संपर्क किया। अब करनाल में अमन की नि:शुल्क सर्जरी हो गई। यह करीब 11 घंटे चली। इससे पहले अमन अपने इलाज के लिए चेन्नई तक जा चुका था। लेकिन उसके पास इतना पैसा नहीं था कि इलाज का खर्च उठा सके। सर्जरी के बाद अमन ने दूसरी बार झिझकते हुए सोनू सूद को कॉल किया। इस पर सोनू सूद ने कहा कि अब 12 साल की तकलीफ को खत्म समझो। यह सुनकर अमन भावुक हो उठे। उन्हें भरोसा ही नहीं हुआ कि वे सोनू सूद से बात कर रहे हैं।
अमन 2008 से इस तकलीफ से जूझ रहे थे। कई जगह दिखाया, लेकिन डॉक्टर मर्ज नहीं पकड़ पाए। 2014 में एक डॉक्टर ने बताया कि उन्हें क्रेनियल वर्टिब्रल जंक्शन ( सिर की नसों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी) में समस्या है। इसका आपरेशन कराया गया, लेकिन सफल नहीं हुआ। इसके बाद मार्च में वे चेन्नई गए। यहां इलाज पर इतना खर्च बताया कि सुनकर अमन मायूस हो गए। फिर उन्होंने सोनू सूद को ट्वीट किया। अब सूद की मदद से करनाल के विर्क अस्पताल में उनका नि:शुल्क आपरेशन किया गया।
अमन कितना दर्द झेल रहे थे, इसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता। उन्होंने बताया कि वे सीधे हाथ से कोई चीज नहीं पकड़ पाते थे। दर्द से बेचैन हो जाते थे। धीरे-धीरे गर्दन के पिछले हिस्से में असहनीय दर्द होने लगा। चलना-फिरना यहां तक कि बैठना तक मुश्किल हो गया। अमन के पिता दलजीत आॅटो चलाते हैं। वे कहते हैं कि सोनू सूद ने उनके बेटे को दूसरा जन्म दिया है।
आॅपरेशन के बाद जब अमन ने सोनू सूद को वीडियो संदेश भेजा। इस पर रिप्लाई मिला कि 12 साल की तकलीफ का अब अंत समझो।