छत्तीसगढ़ में पत्रकारों को फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स का दर्जा आख़िर कब : अमित गौतम

  • पत्रकारों एवं उनके परिजनों के लिए अलग वैक्सीनेशन केंद्र बने
  • कोरोना संक्रमण से मृत पत्रकारों के आश्रित को 5 लाख की सहायता दे सरकार

Chhattisgarh Crimes

रायपुर / छग जर्नलिस्ट वेलफेयर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अमित गौतम ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है कि छत्तीसगढ़ के पत्रकारों को भी फ्रंटलाइन कोरोनावरियर्स घोषित किया जाए। कोरोनाकाल में अपनी जान की बाजी लगाकर भी लगातार अखबार, टीवी चैनल में काम करने वाले साथी एवं फोटोग्राफर सभी प्रदेश सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना के खिलाफ़ लड़ाई लड़कर दिन रात काम कर रहे हैं । कोरोना संक्रमण के इस दौर में कई पत्रकारों ने अपनी जान भी गवाईं हैं । यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष ने मांग की है कि जिन पत्रकार साथियों ने कोरोना संक्रमण में अपने प्राणों की आहुति दी है उनके परिवारों को 5 लाख की आर्थिक सहायता उनके आश्रितों को मुहैया कराई जाए। लगातार 1 वर्षों से कोरोना की मार झेल रहे पत्रकारों को कोरोना वारियर्स तत्काल घोषित किया जाए साथ ही पत्रकार एवं उनके परिजनों को अलग से केंद्र बनाकर उनका प्राथमिकता से टीकाकरण भी कराया जाए ।

मध्यप्रदेश, उड़ीसा,बिहार के साथ ही तमिलनाडु की सरकार ने भी पत्रकारों को फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स का दर्जा दिया है अब तक छत्तीसगढ़ सरकार को भी पत्रकारों को कोरोनावारियर्स घोषित कर दिया जाना था क्योंकि मुख्यमंत्री की सलाहकार मंडली में पूर्व के पत्रकार भी शामिल हैं कम से कम उन्हें तो इस बात का दर्द होना था और मुख्यमंत्री को उचित सलाह देकर अब तक पत्रकारों के लिए सरकार की ओर से आदेश जारी हो जाना था। लेकिन अब कम से कम अन्य प्रदेशों के द्वारा जारी आदेशों का अनुसरण करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार इस दिशा में काम करें और तत्काल आदेश जारी करें।

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