बिलासपुर। बिलासपुर में रविवार सुबह से जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही। महिला एवं बाल विकास विभाग में पर्यवेक्षकों(सुपरवाइजर) की रिक्त पदों पर भर्ती के लिए सुबह 9 बजे से परीक्षा होनी थी। इसमें शामिल होने के लिए परीक्षा देने वालों की भीड़ को जगह-जगह जाम का सामना करना पड़ा। लंबे जाम के चलते कई कैंडिडेट परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए और उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा।
इस परीक्षा में सुपरवाइजर के 200 पदों के लिए 56 हजार से अधिक परीक्षार्थियों को शामिल होना था। फिर भी ट्रैफिक पुलिस ने इसे लेकर कोई व्यवस्था ही नहीं की। बताया गया की सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक शहर के अलग-अलग इलाकों में इसी तरह से जाम लगा रहा। परीक्षा देने जा रहे परीक्षार्थियों के साथ आने-जाने वाले लोग भी 6 घंटे तक इसी तरह परेशान होते रहे।
इन इलाकों में हुई समस्या
रविवार सुबह 8 बजे से ही सड़कों में अचानक वाहनों की लाइन लगनी शुरू हो गई थी। सीपत चौक, नूतन चौक के साथ ही अरपा के पुराना पुल और इंदिरा सेतु पुल के अलावा लालखदान में ओवरब्रिज के पास एक किलोमीटर तक दोनों तरफ से वाहनों की कतार लगी हुई थी। यही हाल राजीव गांधी चौक, जरहाभाठा, इंदु चौक, सिविल लाइन, बर्जेस स्कूल, मुंगेली नाका, शेफर स्कूल, नेहरू चौक से लेकर देवकीनंदन, सदरबाजार, कोतवाली चौक, दयालबंद के साथ ही रायपुर रोड में भी रहा।
दरअसल, सुबह 9 बजे से व्यावसायिक परीक्षा मंडल की ओर से महिला एवं बाल विकास विभाग में 200 पर्यवेक्षकों के रिक्त पदों की परीक्षा होनी थी। इसमें शामिल होने के लिए शहर और जिलेभर के साथ ही दूसरे जिले से भी परीक्षार्थी आए थे।
193 केंद्र और 56 हजार से ज्यादा प्रतियोगी
छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने परीक्षा के लिए जिले में 193 केंद्र बनाए हैं। जिसमें 56 हजार 500 प्रतियोगी शामिल हो रहे हैं। पहली पाली में परीक्षा सुबह 9 से दोपहर 12.15 बजे चली। इसके बाद दूसरी पाली में परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5.15 बजे तक चलेगी।
अंबिकापुर में भी यही हाल रहा
इधर अंबिकापुर नेशनल हाइवे 43 पर लुचकी घाट के पास सुबह से जाम लग गया। घंटों जाम नहीं खुलने के कारण परीक्षार्थियों को मायूस होकर लौटना पड़ा। सरगुजा जिले के सीतापुर, बतौली, लुंड्रा और जशपुर जिले के बगीचा, कांसाबेल, कुनकुरी, पत्थलगांव सहित आसपास के क्षेत्रों के बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने अपना परीक्षा सेंटर अंबिकापुर भरा था। परीक्षा में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में इस क्षेत्र से वाहन सुबह ही अंबिकापुर पहुंचने के लिए निकले थे। बताया जा रहा कि जाम में फंसी 75 प्रतिशत छोटे वाहनों में परीक्षार्थी सवार थे।