जब ग्रामीणों ने वैक्सीन नहीं लगवाने की बात कही, तब तहसीलदार ने अपने आप को वैक्सीन लगवाने के बाद भी स्वस्थ होने और जिंदा होने का दिया सबूत

Chhattisgarh Crimes

महासमुंद। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान भी चलाया जा रहा है. लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के बीच यह भ्रम फैली हुई है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने से मौत हो रही है. ग्रामीणों का मानना है कि एक स्वास्थ्य व्यक्ति टीका लगवाने के बाद मर रहा है. इसी बीच ग्रामीणों को समझाते हुए तहसीलदार का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. जिसमें वो टीका लगवाकर अपने जिंदा होने का सबूत ग्रामीणों को दे रहे हैं.

दरअसल यह वीडियो महासमुंद जिले के तुमगांव नगर पंचायत क्षेत्र का है. जहां तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर लोगों से अपील कर रहे थे. जब ग्रामीणों ने वैक्सीन नहीं लगवाने की बात कही, तब तहसीलदार अपने आप को वैक्सीन लगवाने के बाद भी स्वस्थ होने और जिंदा होने का सबूत दिया. ऐसे ही कई सरकारी कर्मचारियों का टीका लगने के बाद स्वास्थ्य होने का उदाहरण भी दिया.

तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा ने ग्रामीणों से कहा कि वैक्सीन लगवाना न लगवाना आपकी मर्जी है, लेकिन हम अपील कर रहे हैं कि आप वैक्सीन लगवाएं. कोरोना की तीसरी लहर आने वाली है, इसमें लोग 24 घंटे में मर जाएंगे. यह वायरस खतरनाक है. सरकार टीकाकरण करवा रही है. लोग टीका लगवाने से नहीं मर रहे हैं. यह टीका कोरोना से बचाव कर रहा है.

उन्होंने कहा कि मैं तहसीलदार हूं, खुद आप लोगों को बचाने आया हूं. मरवाने नहीं आया हूं. मुझे 2 महीने हो गए वैक्सीन लगवाए. अभी तक कुछ नहीं हुआ है. कई पटवारी और गांव वालों ने भी टीका लगवाया है. उन्हें कुछ नहीं हुआ. इसलिए आप लोग मेरी बात मानिए और टीका लगवा लीजिए. हालांकि तहसीलदार की बात से प्रभावित होकर बाद में लोगों ने वैक्सीन भी लगवाया.

बता दें कि आज के दौर में सोशल मीडिया जानकारी और सूचनाओं के आदान-प्रदान का एक सशक्त माध्यम बन चुका है. लेकिन सोशल मीडिया में कई बार ऐसी गलत, भ्रामक और लोगों की भ्रमित करने वाली जानकरियां फैला दी जाती है. जिससे लोगों की मुसीबत बढ़ जाती है. लोग उस मैसेज को ही सही मान बैठते हैं. ठीक ऐसा ही वैक्सीनेशन को लेकर भी भ्रम फैली हुई है. इसलिए लोग वैक्सीन लगवाने से डर रहे हैं.

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