फर्जी शिक्षाकर्मी भर्ती मामले को लेकर युवा संघर्ष मोर्चा कर रहा मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने की तैयारी

Chhattisgarh Crimes

मैनपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की ज़मीनी हक़ीक़त जानने और योजनाओं की समीक्षा करने 04 मई से प्रदेश के दौरे पर निकल गए हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पहुँचकर लोगों की समस्याओं सुनकर त्वरित निराकरण भी कर रहे हैं। कामकाज में ख़ामियाँ पाने पर अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही करने से भी परहेज़ नहीं कर रहे हैं।

गरियाबंद जिला के बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र में भी मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर तैयरियाँ शुरू कर दी गई है। ऐसे में खबर सामने आ रही है कि जनपद पंचायत मैनपुर के बहुचर्चित फर्जी शिक्षाकर्मी (Fake sikshakarmi) भर्ती मामला अब एक बार फिर सामने आया है। जहां फ़र्ज़ी शिक्षाकर्मियों के बर्खास्त को लेकर युवा संघर्ष मोर्चा गरियाबंद ज़िलाध्यक्ष युमेन्द्र कश्यप द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ज्ञापन सौंपने की तैयारी की जा रही है। उक्त बातें युवा संघर्ष मोर्चा गरियाबंद ज़िलाध्यक्ष युमेन्द्र कश्यप ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा।

कश्यप ने बताया कि- जनपद पंचायत मैनपुर के माध्यम से वर्ष 2005 से 2007 के बीच शिक्षाकर्मी वर्ग- 03 की भर्ती की गई थी। जिसमें जाँच उपरांत 129 शिक्षकर्मियों के प्रमाण पत्र जैसे दिव्यांग प्रमाण पत्र, एनसीसी, स्काउट गाइड, अनुभव इत्यादि प्रमाण पत्र फ़र्ज़ी पाए गए हैं। जाँच उपरांत भी अभी तक फ़र्ज़ी शिक्षाकर्मियों को बर्खास्त नहीं किया गया है।

फ़र्ज़ी दस्तावेज के आधार पर शिक्षाकर्मी आज भी नौकरी कर रहे हैं। शिक्षकर्मी भर्ती में फ़र्ज़ी प्रमाण पत्रों के सहारे बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करते हुए नियुक्ति की गई है। इस मामले को लेकर पूर्व में भी युवा संघर्ष मोर्चा द्वारा आंदोलन की रणनीति बनाई जा चुकी है। ऐसे में इस बार प्रदेश के मुखिया को बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के संभावित आगमन पर उन्हें ज्ञापन देकर फ़र्ज़ी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहे शिक्षाकर्मियों के विरुद्ध तत्कालिक कार्यवाही कराने का मांग किया जाएगा।

ट्विटर के माध्यम से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,शिक्षा मंत्री सहित जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत को जिलाध्यक्ष युमेन्द्र कश्यप के द्वारा जानकारी भेजी जा चुकी है।