हाथी की हत्या मामले में 12 लोग गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। कटघोरा वन मंडल के पसान सर्किल में दो दिन पहले ग्रामीणों के एक हाथी को मारकर खेत में दफना दिया। इसकी सूचना मिलते ही वन विभाग का अमला पहुंचा और खेत खोदकर हाथी के शव को निकलवाकर उसका पोस्टमार्टम कराया। प्रथम रिपोर्ट के मुताबिक हाथी के शावक को खाने के सामान में जहर दिया जाना प्रतीत हो रहा है। इस मामले में वन विभाग ने 12 ग्रामीणों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया है। मुख्य आरोपी फरार हो गया है। पसान सर्किल के ग्राम बनिया के ग्रामीणों ने 20 अक्टूबर को एक शावक को मारकर उसे खेत में दफना दिया। जिस हाथी को मारकर दफन किया गया वह लगभग 2 वर्ष का नर था।

इस मामले में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि हाथी महाबलेश्वर संवर के खेत में मरा था। कोमल सिंह तंवर के कहने पर उसे खेत में गड्ढा करके गाड़ दिया गया था। उसके ऊपर धान का थरहा भी लगा दिए थे। यह काम सभी ने मिलकर तड़के 3 बजे से सुबह 8 बजे के बीच किया गया था। आरोपियों का कहना है कि हाथी मृत पाया गया तो उन्होंने दफना दिया। शव को निकालने के बाद उसका पोस्टमार्टम कराया गया तो उसके पेट में धान, महुआ आदि खाद्य पदार्थ मिला। इसमें जहर था।

बताया जा रहा है कि फरार कोमल सिंह ने 18 अक्टूबर को वन विभाग को धमकी देते हुए हाथियों को मार देने की बात कही थी और हाथी का मृत शरीर 19 अक्टूबर को खेत के मालिक महाबलेश्वर ने देखा एवं 19 अक्टूबर को रात में कोमल सिंह के कहने पर ही उसने 8-9 सहयोगियों के साथ हाथी को यहीं पर दफन कर दिया। कोमल कुमार वल्द विष्णु गगल 51 वर्ष । महाबलेश्वर सिंह वल्द रामखिलावन 53 वर्ष । लकेश्वर प्रताप सिंह वल्द जगदीश चंद्रमणि 32 वर्ष । जगदीश चंद्रमणि वल्द भगवत सिंह 57 वर्ष । उदय कुमार वल्द विष्णु मंगल 45 वर्ष । धनसिंह व आनंदराम 40 वर्ष । कृपाल कुमार वल्द सुखनंदन 24 वर्ष । अरुण कुमार वल्द सूर्यकुमार 24 वर्ष । चंद्रशेखर पटेल वल्द पंचराम पटेल 16 वर्ष । सूरज कुमार वल्द छत राम 31 वर्ष । राजेन्द्र वल्द आनंदराम 35 वर्ष । घूरनदास वल्द मानिकदास 35 वर्ष एवं जगत श्रीवास वल्द टिक्कूराम 40 वर्ष ग्राम बनिया पर कार्रवाई की गई।