बरगढ़। चूना पत्थर ले जा रही एक मालगाड़ी के कई डिब्बे ओडिशा के बरगढ़ जिले के सांभरधारा के पास पटरी से उतर गए। ट्रेन डूंगरी से बरगढ़ जा रही थी। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। यह हादसा बालासोर के पास 3 दिन पहले हुए हादसे बाद हुआ है, जहां 280 लोगों की मौत हो गई थी।
हालांकि ईस्ट कोस्ट रेलवे ने बयान जारी किया है कि यह पूरी तरह से एक निजी सीमेंट कंपनी की नैरोगेज साइडिंग है। कंपनी ही रोलिंग स्टॉक, इंजन, वैगन, ट्रेन ट्रैक (नैरो गेज) समेत सभी बुनियादी ढांचे का रखरखाव करती है। यह ट्रेन डूंगरी चूना खदानों से ACC सीमेंट प्लांट जा रही थी।
उधर, तमिलनाडु के सेनगोट्टई स्टेशन में प्रवेश करते समय ट्रेन नंबर 16102 (चेन्नई एग्मोर एक्सप्रेस) के एस3 कोच में सी एंड डब्ल्यू कर्मचारियों ने दरार देखी। रेलवे अधिकारियों ने तत्काल कोच को अलग कर दिया और यात्रियों को अन्य कोचों में बैठा दिया जिसके बाद ट्रेन रवाना हुई।
कोच के उपर के बेस में उस समय दरार आ गई जब ट्रेन ने पुनालुर फॉरेस्ट डिवीजन को पार किया। रेलवे कर्मचारियों ने इस पर ध्यान दिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। कोच को ट्रेन से अलग कर दिया गया और मदुरै में ट्रेन में नया कोच जोड़ा गया, जिसके बाद ट्रेन शाम 4:40 बजे स्टेशन से रवाना हुई।
दक्षिण रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि दरार का पता लगाने वाले कर्मचारियों की सतर्कता निगरानी के लिए सराहना की जाएगी और मंडल रेल प्रबंधक, मदुरै मंडल द्वारा सम्मानित किया जाएगा।