मुख्यमंत्री के 86 साल के पिता का पानी में स्टंट

Chhattisgarh Crimes

रायपुर. महादेव घाट में सोमवार की सुबह पानी की सतह पर लेटे हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नजर आए। नंद कुमार बघेल के समर्थकों ने उनकी इस क्रिया का वीडियो भी बनाया। बिना डूबे पानी पर लेटे नंद कुमार बघेल यहां अपने करीबी क्रांति साहू के साथ पहुंचे थे। सीनियर बघेल के साथ आए लोगों ने बताया कि ये उनकी जल समाधि है। दरअसल नंद कुमार बघेल इस तरीके से केंद्र सरकार और PM मोदी से धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति की मांग कर रहे हैं।

करीब एक साल से छत्तीसगढ़ धान से पेट्रोल की तरह बायो फ्यूल एथेनॉल बनाने की कोशिश में है, मगर केंद्र सरकार ने अनुमति नहीं दी है। नंद कुमार बघेल के एक करीबी ने बताया कि खारुन नदी के पानी पर इस जल समाधि से बघेल केंद्र सरकार को संदेश देना चाहते हैं कि वो एथेनॉल बनाने की अनुमति राज्य सरकार को दे ताकि प्रदेश के किसान और समृद्ध हों। प्रदेश में विकास के कार्य बढ़े। पानी में करीब 10 मिनट इसी तरह बिताने के बाद नंद कुमार बघेल पानी से बाहर आए, समर्थकों के साथ तस्वीर खिंचवाई और चले गए। पिछले सप्ताह तबीयत बिगड़ने की वजह से उन्हें रायपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

पानी की सतह पर यूं बिना डूबे लेटे रहना जल योग का एक तरीका है। ये दिखने में आसान लगता है मगर बिना किसी हरकत के पानी की सतह पर शरीर को टिकाए रखना योग में एक्सपर्ट व्यक्ति ही कर सकता है। 86 साल की उम्र में ये क्रिया करके नंद कुमार बघेल ने सभी को चौंका दिया। वो डूब भी नहीं रहे थे।

हैरत की बात थी कि पानी की सतह पर बने रहने के दौरान नंद कुमार बघेल हाथ-पैर भी नहीं हिला रहे थे। खारुन तट पर पुलिस भी तैनात थी और कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए गोताखोर भी थे। जल योग के कई तरह के फायदे हैं, शरीर को ढीला रखकर पानी पर देह को संतुलित किया जाता है। इसे कई दिनों के अभ्यास के बाद लोग कर पाते हैं। इस योग से ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन और कब्ज जैसी शारीरिक दिक्कतों में राहत मिलती है।