रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी के दावे के साथ कांग्रेस सरकार को घेरा। शुक्रवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में सरगुजा संभाग प्रभारी संजय श्रीवास्तव ने मीडिया से चर्चा की। उन्होने कहा- शिक्षक भर्ती में अनियमितता करके प्रदेश के हजारों अभ्यर्थी युवाओं के साथ अन्याय किया गया है।
प्रदेश के आदिवासी बहुल बस्तर व सरगुजा संभाग के युवाओं को भर्ती के नियमों की छूट का लाभ नहीं दिया गया आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लिए 12,489 शिक्षकों की भर्ती के लिए 4 मई 2023 को विज्ञापन निकाला गया। श्रीवास्तव ने कहा- विज्ञापन बस्तर व सरगुजा के लिए निकला था और इन भर्ती परीक्षाओं के विषयों को समाप्त कर दिया गया। इस तरह विज्ञान विषय के लिए कला संकाय का अभ्यर्थी भी आवेदन कर सकता था। 12,489 पदों के लिए परीक्षाएं 10 जून को हुई और 2 जुलाई को परीक्षा परिणाम घोषित हुए तब तक विषय वार व्यवस्था थी। लेकिन 6 जुलाई को मंत्रिपरिषद ने विषयवार व्यवस्था को समाप्त करने का निर्णय लिया। ऐसा यह पहली बार हुआ यह निर्णय 11 जुलाई को राजपत्र में प्रकाशित हुआ।
श्रीवास्तव ने प्रदेश सरकार को बेहोशी की हालत में काम करने वाली बताते हुए कहा कि जब यह परीक्षा तब उसमें 1,46,176 परीक्षार्थी उसमें सम्मिलित हुए थे और परिणाम जब घोषित हुए तो यह संख्या 1,46,275 हो गई । 99 अधिक परीक्षार्थियों का परिणाम घोषित हुआ। आखिर ये 99 परीक्षार्थी कौन है? क्या यह वही है सरकार के चहेते होने के कारण जिन का चयन किया जाना था? श्रीवास्तव ने कहा कि यह पूरी तरह से भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा है। श्रीवास्तव ने कहा कि जो सरकार युवाओं को अवसर नहीं दे पाई, युवाओं को रोजगार नहीं दे पाई, वह सरकार अब पात्र व योग्य अभ्यर्थियों के साथ मजाक कर रही है। शासन-प्रशासन इन गलतियों की सुनवाई तक नहीं कर रहा है। प्रदेश कांग्रेस ने 2018 में जो षड्यंत्र सत्ता में आने के लिए रचा वह अभी तक जारी है।