किशन सिन्हा, छुरा
छुरा। मानसून के आगमन के साथ ही छत्तीसगढ़ के किसान अपने खेती बाड़ी के कार्य में जुट जातें हैं जिस पर उनके पुरे वर्ष भर की आर्थिक स्थिति निर्भर करती है किन्तु विगत 6 जून से सहकारी समितियों के कर्मचारियों के जारी हड़ताल की वज़ह से किसानों को खरीफ के फसल के उत्पादन के लिए न तो बीज मिल पा रहा है न खाद और न ही अपनी विभिन्न आवश्यकताओं के पूर्ति हेतु नगद ऋण राशि, ऐसे में क्षेत्र के किसान बेहद परेशान हैं कि अब उन्हें सरकारी सुविधा का लाभ कैसे मिले और कब वे सकुशल खेती-बाड़ी का कार्य प्रारंभ कर सकें।
वहीं सहकारी समितियों के अंतर्गत चलने वाले उचित मुल्य की राशन दुकानों में भी ताला जड़ा हुआ है, जिससे की सरकारी राशन दुकानों पर आश्रित हजारों कार्ड धारी ग्राहक पिछ्ले आठ दिनों से परेशान है, और बाज़ार के व्यापारियों से अधिक दाम पर राशन सामान खरीदने को मजबुर हैं इस समस्या को देखते हुए छुरा ब्लाक के सहकारी समितियों के समस्त मनोनीत अध्यक्षों ने बैठक कर आला अधिकारियों को त्वरित निदान हेतु ज्ञापन सौंपा कर जल्द ही वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है।