आन-बान और शान का प्रतीक तिरंगा का है आज जन्मदिवस

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रायपुर। आजादी के पूर्व संविधानसभा में आज के दिन ही 22 जुलाई 1947 को तिरंगे की वर्तमान स्वरूप को अंगीकार किया था इसलिए आज हमारे आन-बान और शान का प्रतीक तिरंगा का जन्मदिन है। हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का जन्म दिवस को बड़े धूमधाम से मनाया जाना चाहिए पर अफसोस कि जिस तिरंगे की खातिर सरहद पर और सरहद के अंदर सैकड़ों वीर जवान अपने प्राणों को न्यौछावर कर जाते हैं उस तिरंगे के सम्मान में 22 जुलाई को तिरंगा दिवस घोषित किया गया है और ना ही किसी प्रकार का सरकारी आयोजन नजर आता है। आज हमारे देश में कईयों को तो 22 जुलाई दिन का महत्व तक पता नहीं है, हां यह जरूर है लोगों को पता है कि वैलेंटाइन कब है, फ्रेंडशिप डे कब है, योग दिवस कब है। और इन दिनों का पता आम लोगों को इसलिए भी है क्योंकि इन दिनों का बाजारवाद के चलते इतना प्रचार-प्रसार किया जाता है कि क्या बच्चा, क्या बूढ़ा, क्या महिला सबको इसकी जानकारी हो जाती है।

वहीं दूसरी ओर हमारे आन-बान और शान का प्रतीक तिरंगा की इतिहास की जानकारी लोगों को नहीं मिल पा रही है, तो इसके लिए कहीं ना कहीं हमारा सिस्टम और हम जिम्मेदार हैं। हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को जब हम अपने हाथों में थामते हैं तो गौरवान्वित महसूस करते हैं, क्या उस तिरंगे का जन्मदिन ठीक उसी प्रकार जैसे अन्य पर्व को हर्षोल्लास से मनाया जाता है नहीं बनाना चाहिए? सरकारी आयोजनों के साथ घर-घर इस दिवस को धूमधाम से मनाया जाना चाहिए। वहीं 22 जुलाई के दिन को तिरंगा दिवस के रूप में घोषित भी किया जाना चाहिए।

22 जुलाई को तिरंगा दिवस घोषित करने के लिए लगातार संघर्षरत तिरंगा अभियान जन जागरण की प्रमुख रवि अतरोलिया का कहना है कि वे लगातार स्कूल, कालेजों व अन्य संस्थानों में तिरंगा का जानकारी का अभियान 2010 से इंदौर में चला रहे हैं ताकि लोग तिरंगे का महत्व समझें। उन्होंने बताया कि 22 जुलाई को हर वर्ष रोटरी क्लब, लायंस क्लब और अन्य संस्थानों व दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों, युवाओं को साथ में लेकर आयोजन करते हैं। तिरंगा रैलियों का भी आयोजन वे करते आए हैं।

श्री अतलोरिया ने बताया कि 22 जुलाई को तिरंगा दिवस घोषित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2014 से स्कूली बच्चों के माध्यम से पोस्टकार्ड लिखकर अभियान भी चलाया हुआ जो निरंतर है। श्री अतरोलिया का कहना है कि इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते वे इस दिन को आनलाइन ही जन्म दिवस मना रहे हैं और आनलाइन ही प्रतियोगिता का आयोजन किया है।