डोंगरगढ़। छत्तीसगढ़ में इन दिनों मानव तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में महिलाओं को काफी सावधान रहने की जरुरत है।, ऐसा ही एक मामला डोंगरगढ़ से सामने आया हैं। जहां एक महिला को अगवा कर उसे दिल्ली और हरियाणा में बेच दिया था। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को अबतक गिरफ्तार किया है।
दरअसल डोंगरगढ़ के वार्ड क्रमांक 20 में रहने वाली एक 23 साल की महिला की मुलाकात बंगालीपारा में रहने वाली साजदा नाम की एक लड़की से हुई। जिसके बाद दोनों साथ में मॉर्निंग वॉक पर आने लगे, और एक दिन साजदा ने पानी में कुछ मिलाकर उसे पिला दिया। जब उसे होश आया, तो अपने बेटे के साथ महिला अगवा हो चुकी थी। जिसके बाद महिला के बेटे को जान से मारने की धमकी देकर उसे दो लोगों को बेचा दिया।
पीड़ित महिला ने बताया कि साजदा उससे उम्र में बड़ी थी। और वो अच्छे से बात करती थी, पढ़ी लिखी लगती थी। जिससे वो प्रभावित हो गई। हम दोनों रोज सुबह घूमने जाते थे, साजदा भी मुझसे मिलने लगी। वो मुझसे मेरे बारे में, परिवार के बारे में सब जानने लगी। मुझे जरा भी शक नहीं हुआ, कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है। मैंने उसे अपने परिवार के बारे में बताया। वह भरोसा जीत चुकी थी।
अचानक एक दिन मार्निंग वॉक से मैं थक गई, तो उसने मुझे पीने के लिए पानी दिया। मेरा बेटा भी तब साथ ही था। मैंने पानी पिया और मुझे चक्कर आ गया, मैं बेहोश हो गई। जब मुझे होश आया, तो मैं रायपुर में थी। मैंने शोर मचाने की कोशिश की, लेकिन मेरे बच्चे को सामने रखकर कहा कि इसे जान से मार देंगे, चुपचाप रहो। मेरे साथ चार लड़किया थी, जिनमें से एक दुर्ग और एक राजनांदगांव की थी। बाकी दोनों भी छत्तीसगढ़ से ही थीं। जिसके बाद हमें फ्लाइट में दिल्ली लेकर गए।
दिल्ली में सुभम नाम के एक व्यक्ति ने मेरे बेटे के गले पर चाकू अड़ाकर जबरदस्ती की। फिर मुझे हरियाणा के एक आदमी सुरेश को एक लाख रुपए में बेचा। इसके बाद मैं सुरेश के घर से भागने में कामयाब हो गई थी, लेकिन मुझे पकड़ लिया गया और फिर सुरेश ने मुझे, राजेश नाम के आदमी के पास डेढ़ लाख में बेच दिया। मैंने अपने बच्चे को राजेश के घर पर ही छोड़ा और वहां से भागकर हरियाणा के थाने में गई। वहां से पुलिस मेरे साथ राजेश के घर आई और उसे गिरफ्तार कर मेरे बेटे को छुड़ाया। इसके बाद वहां की पुलिस ने डोंगरगढ़ पुलिस से संपर्क किया और हमें हमारे घर भिजवाया।
वारदात की मास्टर माइंड साजदा सैय्यद ने बताया कि हर जिले में ऐसा गिरोह काम कर रहा है। दूसरे राज्यों में भी है। सब एक दूसरे के संपर्क में रहते हैं। खरीदारों तक पहुंचाने का काम दिल्ली के दलाल करते हैं। उन्हें बस 14 से 30 साल की युवती और महिला चाहिए होती है। फिलहाल पुलिस इस मामले में संलिप्त अन्य लोगों की तलाश में जुटी है।