कोलंबो। टीम इंडिया ने 8वीं बार एशिया कप का खिताब जीत लिया है। भारत ने कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में श्रीलंका को 10 विकेट से हराया। यह मैच खत्म होते वक्त बची हुई गेंदों के लिहाज से भारत की सबसे बड़ी जीत है। टीम ने 263 गेंद बाकी रहते जीत हासिल कर ली। इससे पहले, टीम इंडिया ने केन्या को 2001 में 231 गेंद रहते हराया था।
फाइनल मैच में श्रीलंकाई टीम टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए 15.2 ओवर में 50 रन पर ऑलआउट हो गई। जवाब में टीम इंडिया ने 6.1 ओवर में 51 रन बनाते हुए जीत हासिल कर ली। साथ ही भारत ने सबसे कम गेंद खेल कर टारगेट चेज करने का अपना रिकॉर्ड भी सुधारा है। टीम इंडिया बल्लेबाजी में सिर्फ 37 गेंद खेलकर मैच जीत गई। पिछला रिकॉर्ड 69 बॉल का था। भारत ने 2001 में केन्या को इतनी गेंदें खेलकर हराया था। आगे पढ़िए मैच रिपोर्ट…
जीत के हीरो
मोहम्मद सिराज : 6 विकेट चटकाए मोहम्मद सिराज ने पहले ही स्पेल में शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने अपनी शुरुआती 16 गेंदों में श्रीलंका के 6 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा दी।
हार्दिक पंड्या : 3 विकेट लिए सिराज के बाद हार्दिक पंड्या ने श्रीलंकाई टीम को 50 रन पर सिमेटने पर अहम भूमिका निभाई। उन्होंने आखिरी बैटर्स के 3 विकेट हासिल किए।
जसप्रीत बुमराह : पहला विकेट चटकाए जसप्रीत बुमराह ने पहले ओवर की तीसरी बॉल पर कुसल परेरा को आउटकर श्रीलंका के विकेट्स का खाता खोला। यहां से शुरू हुआ विकेटपतन का दौर पथिराना के विकेट के साथ थमा। पथिराना को पंड्या ने आउट किया।
देखें भारत-श्रीलंका फाइनल का स्कोरकार्ड
यहां से श्रीलंकाई पारी…
श्रीलंका 50 रन पर ऑलआउट, भारत के खिलाफ किसी टीम का सबसे छोटा स्कोर
टॉस जीतकर बैटिंग करने उतरी श्रीलंकाई टीम 50 रनों पर ऑलआउट हो गई। यह भारत के खिलाफ किसी भी टीम का सबसे कम स्कोर है। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी। भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंकाई बल्लेबाजों को 15.2 ओवर में पवेलियन लौटा दिया। मोहम्मद सिराज ने 6 विकेट चटकाए, जबकि हार्दिक पंड्या को 3 विकेट मिले। एक सफलता जसप्रीत बुमराह के हिस्से आई।
श्रीलंका ने बांग्लादेश का रिकॉर्ड तोड़ा
यह भारत के खिलाफ किसी टीम का वनडे में सबसे छोटा स्कोर है। इससे पहले, वनडे में भारत के खिलाफ सबसे कम स्कोर बांग्लादेश के नाम था। बांग्लादेश की टीम 2014 में 58 रन पर ऑलआउट हुई थी। वनडे में ओवरऑल सबसे कम स्कोर का रिकॉर्ड जिम्बाब्वे के नाम है। जिम्बाब्वे की टीम 2004 में श्रीलंका के खिलाफ 35 रन पर ऑलआउट हो गई थी।
श्रीलंका का कोई भी बैटर 20 पार नहीं
भारतीय तेज गेंदबाजों के सामने श्रीलंकाई बैटर जूझते नजर आए। टीम का कोई भी बैटर 20 का आंकड़ा पार नहीं कर सका। कुसल मेंडिस ने सबसे ज्यादा 17 रनों की पारी खेली, जबकि दुशन हेमंथ ने 13 रन बनाए।