रायपुर। कांग्रेस की ओर से प्रदेश की महिलाओं को 15 हजार सालाना देने का ऐलान किया गया है। इसे भाजपा के नेता हार का डर बता रहे हैं। डॉ रमन सिंह, अरुण साव और पाटन से भाजपा के प्रत्याशी विजय बघेल ने दीवाली पर कांग्रेस की ओर से हुए इस ऐलान पर सियायी बयान के रॉकेट छोड़ रहे हैं। भापजा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा- भूपेश बघेल की आनन फानन में की गयी घोषणा बताती है कि भाजपा पर छत्तीसगढ़ की बेटियों के बढ़ते भरोसे से वे घबरा गए है और उन्होंने हार स्वीकार कर ली है।
दीवाली की रंगोली में चुनावी रंग
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन ने सोशल मीडिया के एक्स अकाउंट पर लिखा- हार सामने देखकर 4 पन्नों के घोषणापत्र के बाद की गई घोषणा की वजह सिर्फ़ “डर” होती है दाऊ भूपेश बघेल। डॉ रमन सिंह ने महिलाओं के लिए किए गए ऐलान से जुड़ी एक रंगोली की तस्वीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर की। डाॅ रमन ने एक्स पर कांग्रेस के अधूरे वादों पर सवाल उठाते हुए लिखा- पिछली बार इन्हीं माताओं-बहनों से ₹500 देने का वादा किया था उसका क्या हुआ? महिलाओं से शराबबंदी का वादा किया था उसका क्या हुआ? अब तो समझिए कि चुनावी साल में भत्ता देने वालों पर भरोसा नहीं किया जाता है। अब आपकी यह घोषणा भी फुस्सी बम से ज़्यादा कुछ नहीं है, नारी शक्ति यह जानती हैं कि आपकी यह खोखली घोषणा सिर्फ़ सत्ता पाने का लालच है और दीपावली पर लबारी नहीं शुभकामनाएं देते हैं दाऊ जी।
साव बोले- उन्हें हार दिख रही
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा- कांग्रेस को अपनी हार दिखाई दे रही है, मगर प्रदेश नहीं भूला कि कैसे महिला स्व सहायता समूह के साथ धोखा हुआ, विधवा बहनों को धोखा देने का काम हुआ। मतदान के तुरंत बाद इस प्रकार की घोषणा बताता है कि कांग्रेस ने हार मान ली है। प्रदेश की बहनों ने ठान लिया है इस सरकार से छुटकारा पाना है, प्रदेश में कमल खिलाना है। घोषणा का कोई लाभ कांग्रेस पार्टी को नहीं मिलेगा।
पाटन से भाजपा के प्रत्याशी सांसद विजय बघेल ने कहा- फर्जी आदमी ने एक और फर्जी घोषणा कर दी। अरे भाई आप पहले अपनी पुरानी घोषणाओं को देख लीजिए, कर्मचारी अधिकारी पूरे 5 साल हड़ताल में रहे केंद्र के सामान DA दे नहीं पाए। जब भाजपा इसे अपने घोषणा पत्र में लेकर आई तो चुनाव आयुक्त को पत्र लिख रहे हैं अनुमति के लिए। मजाक बना कर रख दिया प्रदेश का। लोग समझदार हैं। जनता अब आपके बहकावे में नहीं आएगी।