सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डा विश्वकर्मा ने लगाई फांसी

Chhattisgarh Crimes

प्रतापपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर के वरिष्ठ चिकित्सक डा एके विश्वकर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस जांच करने में लगी है। डा एके विश्वकर्मा को पूर्व में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर का बीएम‌ओ भी बनाया गया था पर बाद में उन्होंने अज्ञात कारणों से बीएम‌ओ के पद से इस्तीफा दे दिया था। वर्तमान में वे सामान्य चिकित्सक के पद पर कार्यरत थे। परिवार के सदस्यों के साथ वे प्रतापपुर में ही निवास करते थे। मंगलवार दोपहर तक सब कुछ सामान्य था। शाम को वे अपने कमरे में गए और फांसी लगा ली। मंगलवार की शाम सूरजपुर जिले के प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एक डाक्टर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनके कमरे से सुसाइड नोट भी प्राप्त हुआ है।

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जिसमें लिखा है कि मैं अपनी जिंदगी से तंग आ चुका हूं। मैं जीना नहीं चाहता। इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डाक्टर अखिलेश विश्वकर्मा (52 वर्ष) मंगलवार को ड्यूटी कर अपने घर ग्राम करंजवार पहुंचे। फिर देर शाम करीब 7.30 बजे उन्होंने अपने कमरे में फांसी लगा ली। जब परिवार के सदस्य पहुंचे तो देखा कि फांसी के फंदे पर उनकी लाश लटक रही थी। बेटे-बहू ने फांसी पर झूलता देखा फंदे से नीचे उतारा, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

दोनों पत्नी की मौत, बेटे ने भी लगाई थी फांसी

करीब ढाई साल पहले कोरोना में उनकी दूसरी पत्नी की मौत हो गई थी। नीट की तैयारी कर रहे बेटे ने भी फांसी लगा ली थी। वहीं, पहली पत्नी की मौत काफी समय पहले हो गई थी। वो अपने बेटे-बहू के साथ करंजवार में रह रहे थे। लेकिन उनके साथ रिलेशन बहुत अच्छे नहीं थे। घटना से चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मचारी स्तब्ध है। जांच के बाद ही आत्महत्या का कारण स्पष्ट हो सकेगा।