- एसीसी और अदाणी फाउंडेशन ने छत्तीसगढ़ के लोहारसी में सीएससी के सेटअप के ज़रिये डिजिटल परिवर्तन को संभव बनाया और ई-सेवाओं का लाभ उठाना आसान बनाया
- इस सेंटर ने लगभग 1,000 परिवारों को सरकार की कुल मिलाकर 1.1 करोड़ रुपये की विभिन्न सेवाओं और योजनाओं का लाभ उठाने में मदद की
बिलासपुर। विविधीकृत अदाणी पोर्टफोलियो की सीमेंट एवं निर्माण सामग्री कंपनी एसीसी लिमिटेड को गर्व है कि उसने अपने परिचालन क्षेत्र के लोगों में आत्मनिर्भरता लाने के लिए डिजिटल परिवर्तन लाने में मदद की। एसीसी ने अदाणी फाउंडेशन के साथ मिलकर हाल ही में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में लोहारसी गांव में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (मेइटी) से संबद्ध कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) स्थापित कर एसीसी चिल्हाटी साइट के पास ऐसे ही परिवर्तन का सूत्रपात किया।
अदाणी फाउंडेशन की सीएसआर टीम ने पाया कि 17,000 की आबादी के बावजूद लोहारसी और उसके आस-पास के गांवों के निवासियों को बुनियादी सरकारी ई-सेवाओं का लाभ उठाने के लिए 8 किलोमीटर तक की यात्रा करनी पड़ती है, जिससे इन सेवाओं तक उनकी पहुंच सीमित हो जाती है। इसलिए, टीम ने एक स्थानीय व्यक्ति, देवी प्रसाद तिवारी की पहचान की, जिन्हें कंप्यूटर के उपयोग के बारे में कुछ जानकारी थी। उन्हें सरकार से सीएससी आईडी प्राधिकरण की तैयारी के लिए मार्गदर्शन और प्रशिक्षण प्रदान किया गया। परीक्षा पास करने के बाद, सीएसआर टीम ने उन्हें गांव में सीएससी शुरू करने में मदद करने के लिए एक कंप्यूटर, प्रिंटर, टेबल, कुर्सी और बायोमेट्रिक्स डिवाइस प्रदान किया।
नए सीएससी का प्रचार लोहारसी और आस-पास के गांवों में मौजूद अदाणी फाउंडेशन के स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के सदस्यों द्वारा किया गया। इसके परिणामस्वरूप, तिवारी अब अपने साथी ग्रामीणों को सरकार के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत सभी सेवाएं प्रदान करने में सक्षम हैं। इसमें विभिन्न सरकारी आईडी का लाभ उठाना, साथ ही बीमा, यात्रा और भुगतान सेवाएं, नकद निकासी, साथ ही विभिन्न सरकारी प्रमाण पत्र, योजनाएं, साथ ही छात्रों के लिए फोटोकॉपी जारी करना शामिल है। सीएससी इतना लोकप्रिय है कि अब आस-पास के अन्य गांवों के निवासी भी मामूली लागत पर ई-सेवाएं प्राप्त करने के लिए यहां आ रहे हैं।
अब तक इस केंद्र ने लगभग 1,000 परिवारों को सरकार की विभिन्न सेवाओं और योजनाओं का लाभ उठाने में सहायता की है, जिसकी कुल राशि 1.1 करोड़ रुपये है और इसमें लोगों को आभा स्वास्थ्य योजना से जोड़ने पर जोर दिया गया है, जिससे लगभग 50 लाख रुपये का लाभ हुआ।
इसे देखते हुए, एसीसी और अदाणी फाउंडेशन ने अब दो नए सीएससी स्थापित करने के लिए इस क्षेत्र में दो और गांवों की पहचान की है। एसीसी और अदाणी फाउंडेशन ऐसे सफल प्रयासों को दिशा के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो ठोस पहल और नवीनतम प्रौद्योगिकी द्वारा सशक्त बनाकर वहनीय आजीविका प्रदान करने पर विशेष ज़ोर हो।