मंत्री के रिश्तेदार ने शराब पीकर बस स्टैंड में किया हंगामा, पुलिस कर्मी से बदसलूकी

Chhattisgarh Crimes

अंबिकापुर। शराबी शिक्षकों के बाद शराब के नशे में हुड़दंगी करते महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के जेठ का वीडियो वायरल हो रहा है। बस स्टैंड में हंगामा करने से रोकने पर पुलिस कर्मी से बदसलूकी की। हेड कांस्टेबल ने रोका तो अफसरों ने कर दिया उसे ही लाईन हाजिर की सजा सुना दी है। इधर मंत्री राजवाड़े का कहना है कि पूरे मामले को संज्ञान में ले रही है। उन्होंने साफ कहा कि जो गलती करेगा उसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। रिश्तेदार ही क्यों ना हो। घटना को लेकर विपक्षी कांग्रेस भी आक्रामक हो गई है। पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। बहरहाल इस पूरे मामले को लेकर उत्तर छत्तीसगढ़ की राजनीति सरगर्म होने लगी है।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। - Dainik Bhaskar

25 अगस्त की रात 9 बजे अंबिकापुर के न्यू बस स्टैंड के पास की घटना है। यहां के व्यवसायियों ने पुलिस को सूचना देकर बताया कि दो युवक यहां गाड़ी में बैठकर शराब पी रहे हैं और आने जाने वालों के साथ गाली गलौच कर रहे हैं। व्यवसायियों की शिकायत पर पुलिस चौक से एएसआइ दो पुलिस के जवानों को लेकर न्यू बस स्टैंड में दोनों युवकों को समझाइश देते हैं। इस पर एक युवक जो अपना नाम राजू राजवाड़े बताते हुए मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का जेठ बताते हैं और पुलिस के अधिकारियों को धौंस देने लगते हैं। पुलिस की समझाइश के बाद भी नहीं मानते।उल्टे पुलिस के साथ हुज्जतबाजी करते हैं और एएसआई के वर्दी पर लगे बैच को भी उखाड़ देता है। एएसआई ने घटना की जानकारी मौके से ही पुलिस अफसरों को देते हैं। अफसरों के निर्देश पर शराबी राजू राजवड़े और उसके साथ सरपंच राजू सिंह को मुलाहिजा के लिए जिला अस्पताल ले जाते हैं। वहां भी राजू राजवाड़े हंगामा करते हुए मंत्री का धौंस देते वीडियो में दिखाई दे रहा है।

पहले एफआईआर का निर्देश बाद में कहा ना

मंत्री के शराबी जेठ के वीडिया वायरल होने और पुलिस को धमकाने की घटना सामने आने के बाद इस बात की चर्चा होने लगी है। यह भी बताया जा रहा है कि जब पुलिस चौकी प्रभारी ने आला अफसरों को दो शराबियों द्वारा हुड़दंग मचाने और पुलिस के साथ हुज्जतबाजी करने की जानकारी दी तब पुलिस अफसरों ने दोनों शराबियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था। बाद में मामला उलटा हो गया। एफआईआर की मनाही कर दी गई। एएसआई नेताम को लाइन अटैच कर दिया गया है। एएसआई ने अपने साथ अभ्रदता करने की शिकायत आला अफसरों से की थी। उसके बाद इस तरह की कार्रवाई को लेकर लोगों के बीच चर्चा हो रही है।

मंत्री ने कहा- जो गलत करेगा उसे परिणाम भुगतना पड़ेगा

मंत्री लक्ष्‍मी राजवाड़े ने मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की बात कही है। साथ ही यह भी कहा कि जो गलत करेगा उसे परिणाम भुगतना पड़ेगा, चाहे वो उनके परिवार का ही क्यों न हो।वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए ऐसी घटनाओं को दुबारा न होने की बात कही।