कागजी घोड़ा साबित हो रहा हैं सरकारी जनसमस्या निवारण शिविर

  • महज दो सौ मीटर की दूरी पर ग्रामीण इलाके की समस्या को लेकर आंदोलनरत पर शिविर में अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं
  • किसान संघर्ष समिति द्वारा शिविर का बहिष्कार कर स्कूल मे ताला जड़ शुरू किया अनिश्चित कालीन हड़ताल

Chhattisgarh Crimes

राज्य सरकार प्रदेश के जिला व ब्लॉक स्तर पर जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए जनसमस्या निवारण शिविर आयोजित करती हैं और लोग बढ़ी उम्मीद के साथ इन शिविरो में अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए आवेदन जमा करते हैं। शिविराे में छोटी- छोटी समस्याओं का तो समाधान पूरी तौर पर हो जाता हैं पर ग्रामीणों की मूलभूत समस्याओं का निराकरण तत्काल नहीं हो पाता है तो समस्याओं के निपटारे के लिए समय सीमा तय कर फरियादियों को भरोसा दिला दिया जाता हैं कि आपकी समस्याओं का निराकरण हो जाएगा, ग्रामीण भी भरोसे में बैठ जाते है की सरकारी अधिकारियों ने कहा है तो समस्या का निराकरण तो हो जाएगा पर सच्चाई यह है कि शिविर में तय किया समय सीमा गुजर जाता हैं और समस्या जस के तस बनी रहती हैं। नगरी ब्लॉक में भी ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां पर ग्रामीण अपने इलाके की मूलभूत मांगो के निराकरण के लिए सरकारी दफ्तरों की खाक छानने के बाद जब समस्या नहीं निपटी तो जनसमस्या निवारण शिविर से महज दो सौ मीटर की दूरी पर मांगो को लेकर आंदोलन पर बैठ गए पर जनसमस्या निवारण शिविर के अधिकारियों ने उनकी समस्याओं के निराकरण के दिशा में पहल करना तो दूर उनसे बात करना भी जरूरी नहीं समझा। यहां पर यह सवाल खड़ा होता है कि शिविर में आने वाले लोगों की ही समस्याओं को शिविर में सुना जाएगा! क्या सरकारी अधिकारियों की यह जिम्मेदारी नहीं बनती हैं कि ग्रामीण शिविर में ना आकार अगर आक्रोश में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे तो वहां जाकर उनकी समस्या को सूने और उसका निराकरण करें…….. अगर जिम्मेदार अधिकारियों का ग्रामीणों की मूलभूत समस्याओं पर इसी प्रकार का गैर ज़िम्मेदार रवैया रहा तो वह दिन दूर नहीं जब शिविर में अधिकारी कर्मचारी तो होंगे पर अपनी फरियाद लेकर आने वाले ग्रामीण जनता न होगी।

Chhattisgarh Crimes

पूरन मेश्राम/साँकरा – नगरी। किसान संघर्ष समिति द्वारा तुमडी़बहार पक्की सड़क किनारे मे 11 सितंबर से नौ सूत्रीय माँग को लेकर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। यहां पर हम आपको बता दें कि इसी दिन यहां से महज दो सौ मीटर की दूरी पर शासन द्वारा जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया था जिसका ग्रामीणो ने बहिष्कार कर शिक्षक हटाने की माँग को लेकर स्कूल मे ताला जड दिया।
उल्लेखनीय है की नगरी ब्लाक मुख्यालय के तीन ग्राम पंचायत मेचका , बेलर बहारा व ठेन्ही तथा बीस गाँव के ग्रामीण व किसान संघर्ष समिति अपनी नौ सूत्रीय माँग को लेकर लंबे समय से माँग करते आ रहे जहा पूर्व मे भी समिति व ग्रामीणो द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया था जहा सिर्फ आश्वशन मिला जिसके बाद से आज तक ग्रामीणो की माँग पूरी नही हुई जिसके चलते संघर्ष समिति ने शासन को अवगत करा कर व बीस ग्राम के ग्रामीण 11सितंबर दिन बुधवार को नगरी से मैनपुर मार्ग तुमडीबहार मे अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन पर बैठ गये जहाँ हाईस्कूल के छात्र छात्राओ ने भी अपनी माँग को लेकर स्कूल छोड धरना प्रदर्शन मे बैठ गये व ग्रामीणो ने जन समस्या निवारण शिविर का बहिष्कार कर हाईस्कूल परिसर मे शिक्षक को हटाने व हायर सेकेन्डरी स्कूल की माँग पर स्कूल मे ताला जड दिया व समिति एवं ग्रामीणो ने अपनी नौ सूत्रीय माँग जब तक पूरी नही होगी तब तक हडताल जारी रहेगी।ऐसा ठान लिए है।

जहा ग्रामीणो की प्रमुख माँग

हाई स्कूल तुमडी बहार को हायरसेकेन्डरी उन्नयन, हाईस्कूल तुमडीबहार मे पदस्थ शिक्षक सतीश प्रकाश सिह विज्ञान संकाय का शिक्षक लंबे समय से अनुपस्थित उनका स्थानांतरण कर दूसरे शिक्षक की पदस्थापना , आदिम जाति सेवा सहकारी समिति साकरा से बेलरबहारा रिसगाँव अलग कर नये उप सेवा सहकारी समिति खोलने की माँग, अरसीकन्हार से गरहाडीही तक पी एम जी एस वाई की पक्की सडक निर्माण की माँग,थाना मेचका से लेकर सोन्ढूर डैम तक पक्की सडक निर्माण की माँग ,सोन्ढूर डैम को पर्यटक स्थल घोषित करने की माँग ,सोन्ढूर डैम जीरो से बेलरबहारा , तुमडीबहार , ठेन्ही , दौड पंडरीपानी , अर्जुनी , बासीन तक नहरनाली निर्माण की माँग ,सोन्ढूर नहरनाली निर्माण के लिये मेचका व अरसीकन्हार के किसानो के अधिग्रहण जमीन की मुआवजे की माँग , उप स्वास्थ्य केन्द्र बेलरबहारा से सोन्ढूर डैम जीरो तक पक्की सडक निर्माण की माँग।

क्या कहते हैं ग्रामीण

किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष नरेश ने बताया की हमारे क्षेत्र मे आज समस्याओ को लेकर विगत पाँच वर्षो से माँग करते आ रहे है जहा किसानो को खाद बीज से लेकर छात्र छात्राओ को पढा़ई करने मुश्किलो का सामना करना पड रहा है आज गरीब वर्ग के छात्र छात्राऐ हाई स्कूल के बाद लंबी दूरी व आर्थिक स्थिती के चलते पढाई नही कर पाते जहाँ मांग के बाद सिर्फ आश्वशन ही।मिला अब जब तक माँग पूरा नही होगा अनिश्चित कालीन धरनाप्रदर्शन जारी रहेगी वही सरपंच ठेन्ही श्रीधन सोम ने बताया की हमारे वनाँचल के ग्रामीणो के मूलभूत सुविधा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है माँग के बाद सिर्फ आश्वासन ही दिया जाता है यहा स्कूल मे जो शिक्षक पदस्थ है छात्रो के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है शिकायत के बाद भी अधिकारियो के कान मे जू तक नही रेंगा, बीस ग्राम के ग्रामीण लामबंध हो गये है शासन प्रशासन को जगाने जब तक माँग पूरा नही होगा यह आदोलन जारी रहेगा। आंदोलन में शामिल इस आंदोलन में प्रमुख रूप से सरपंच बेलरबहारा कलेश्वरी माँझी , सरपंच मेचका विमला ध्रुवा , जितेन्द्र बोर्झा , वोषित पटेल , मिथिलेश बोर्झा, किशोर कश्यप, धर्मेन्द बिसेन, दुर्गा कुलदीप, परमेश्वर नेताम, शीतल भंडारी, रामस्वरूप मरकाम, अजीत नेताम, निर्मल नेताम, धनश्याम नेताम, श्यामल साय ध्रुवा , शंकर ध्रुव व बडी़ संख्या मे ग्रामीण उपस्थित थे।